Uttar Pradesh

थॉयराइड शरीर में आयोडीन की अधिकता या कमी से : सतीश राय

स्पर्श चिकित्सक

–हाइपो थॉयराइड में आयोडीन युक्त नमक जरूर खाएं

प्रयागराज, 16 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । थॉयराइड एक गम्भीर बीमारी है, जो आगे चलकर शरीर में बड़ी बीमारियों के उत्पन्न होने का कारण बनती है। थॉयराइड शरीर में आयोडीन की अधिकता या कमी के कारण होती है। इधर कुछ वर्षों में थायराइड की समस्या तेजी से बढ़ी है। भारत में हर 10 में से एक व्यक्ति को थॉयराइड है। शरीर में टी एस एच कम होने पर हाइपर थायरायडिज्म और ज्यादा होने पर हाइपो थायरायडिज्म कहते हैं।

यह बातें एसकेआर योग एवं रेकी शोध प्रशिक्षण और प्राकृतिक संस्थान रेकी सेंटर पर जाने-माने स्पर्श चिकित्सक सतीश राय ने लोगों से कही। उन्होंने कहा कि ‘नींद अच्छा तो दिन अच्छा’ यह कहावत बहुत प्रचलित है। आज युवा पीढ़ी के सामने भरपूर नींद एक चुनौती है। इस चुनौती से बचना है तो रोज की दिनचर्या और भोजन वैसा ही होना चाहिए जैसा हमारी दादी मां के जमाने में होता था। बीमारियों का कारण आरामदायक जीवन, असंतुलित खान-पान, अनियमित दिनचर्या, देर रात तक जागना, कम सोना या अत्यधिक टेंशन शरीर को कमजोर बनाता है। जिस कारण बीमारियां धीरे-धीरे शरीर पर असर डालती हैं जो आगे चलकर हृदय रोग, शुगर, बीपी, कैंसर एवं थॉयराइड जैसी बीमारियों का कारण बनती है।

खूब हंसना और प्रसन्न रहना सरल इलाजसतीश राय ने कहा बिना विशेषज्ञ सलाह के खाने में लम्बे समय तक सेंधा नमक का प्रयोग करने से शरीर में आयोडीन की कमी हो सकती है। वैसे सेंधा नमक कुदरती है, यह कई बीमारियों को रोकने में कारगर है। यह वजन कम करता है आयुर्वेद में इसका वर्णन भी है। इसमें कुदरती आयोडीन होता है। जबकि साधारण नमक में ऊपर से आयोडीन मिलाया जाता है। ब्लड जांच रिपोर्ट में थॉयराइड (टी एस एच) बढ़ा हो तो उनके शरीर में आयोडीन की कमी है। सेंधा नमक छोड़कर उन्हें आयोडीन नमक का सेवन करना चाहिए। इसके अतिरिक्त हाइपो थायराइड का सबसे सरल उपचार है सुबह शाम तेज कदमों से टहलना, व्यायाम करना जिसमें पसीना निकले, तनाव मुक्त रहे, खूब हंसे और प्रसन्न रहें।

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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

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