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विधानसभा में बोले मुख्यमंत्री योगी- संभल हिंसा के दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई 

विधान सभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ, 16 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को विधानसभा में कहा कि संभल हिंसा के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि इस मामले में किसी निर्दोष पर कोई कार्रवाई न हो।

विधानसभा की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे शुरू हुई तो सदन में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने नियम 311 के तहत संभल और बहराइच में हुई साम्प्रदायिक हिंसा की घटना पर चर्चा कराने की मांग की। नियम के तहत नहीं आने की वजह से विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने चर्चा कराने से मना किया तो सपा सदस्य बेल में आकर हंगामा करने लगे। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 12:20 बजे तक स्थगित कर दी गयी।

शून्य काल में नियम 356 के तहत इस विषय की ग्राह्यता पर सभी विपक्षी दलों के सदस्यों ने अपनी बात रखी। इसके बाद नेता सदन एवं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आपको बाबा साहब आंबेडकर के मूल संविधान की प्रस्तावना को पढ़ना चाहिए। मौलिक अधिकारों को देखना चाहिए। अलग-अलग पृष्ठों का अवलोकन करेंगे तो आपको उसमें राम भी नजर आएंगे और कृष्ण भी, लंका दहन के उपरांत बजरंग बली भी नजर आएंगे और ज्ञान का उपदेश देने वाले बुद्ध भी दिखेंगे। भारत की समृद्ध परंपरा का दर्शन आपको उसी संविधान में मिलेगा, लेकिन उस मूल संविधान में कहीं भी पंथनिरपेक्ष या समाजवाद शब्द नहीं है। यह सब आपकी आंखों को खोलने वाला होना चाहिए। आप लोग संविधान में बदलाव की बात करते हैं, जिन लोगों ने संविधान का गला घोटा उनका पिछलग्गू बनकर केवल सत्ता हथियाना चाहते हैं। आप जनता की आंखों में धूल झोंकना चाहते हैं लेकिन यह नहीं हो सकता। देश आपको यह नहीं करने देगा।

मुख्यमंत्री ने नेता विरोधी दल का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि बुद्ध ने करुणा और मैत्री का उपदेश उस कालखंड में दिया था जब विदेशी हमले शुरू हो गए थे, लेकिन उससे पहले ही राम ने कहा था- निसिचर हीन करहुं महि भुज उठाई पन कीन्ह। उससे पहले भगवान कृष्ण ने भी कहा था कि परित्राणाय साधुनाम विनाशाय च दुष्कृताम। हम तो राम और कृष्ण को ही मानते हैं, बुद्ध पर विश्वास करते हैं, उन्हीं को आदर्श मानकर कार्य करते हैं। संभल हो या कहीं और, दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसी निर्दोष के खिलाफ कोई कार्रवाई न हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संभल में जैसे ही आपके खटाखट की असलियत सामने आई, जनता ने कहा सफाचट। उपचुनाव में 9 में से 7 पर भाजपा-नीत एनडीए जीता। यही नहीं, सीसामऊ और करहल को याद करिए। 2022 में सपा ने करहल में करीब 70,000 मतों से जीत दर्ज की थी। इस बार वह मात्र 14 हजार तक आ गयी। वह भी ‘चच्चू’ थोड़ी कृपा कर लिए, नहीं तो वहां भी सफाचट ही था, लेकिन चिंता मत करिए अगली बार होगा। सीसामऊ में भी बाल-बाल बच गए। कुंदरकी में लोगों को अपनी जड़ें याद आने लग गई हैं। मुझे लगता है कि जिस दिन इकबाल महमूद को भी अपनी जड़ें याद आएंगी तो वह भी यही बात बोलेंगे। आप सभी से कहूंगा कि एक बार बाबरनामा को जरूर पढ़ें।

उन्होंने कहा कि भारत अकेला देश, जहां बहुसंख्यक समाज विशेष अधिकार की नहीं, समान नागरिक कानून की बात करता है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने समान नागरिक कानून की वकालत की तो विपक्ष ने उनके खिलाफ राज्यसभा में महाभियोग का नोटिस दे दिया। यह आपके दोहरे चरित्र को प्रदर्शित करता है। उच्चतम न्यायालय द्वारा सर्वे पर रोक लगाने और बुलडोजर की कार्रवाई पर दी गई गाइडलाइन का यह लोग स्वागत कर रहे हैं। उप्र अकेला राज्य है, जिसने बुलडोजर की कार्रवाई को अक्षरशः सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार अंजाम दिया है। सपा व कांग्रेस के लोग न्यायाधीश के खिलाफ राज्यसभा में महाभियोग की नोटिस देकर सच का मुंह जबर्दस्ती बंद करना चाहते हैं। योगी ने कहा कि राज्यसभा के सभापति के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस इसलिए दे दी गई, क्योंकि उन्होंने सदन के सकुशल संचालन के लिए सभी पक्षों से कहा था। सभापति के रूप में उनकी यही जिम्मेदारी है, लेकिन किसान पुत्र कैसे इतनी बड़ी कुर्सी पर पहुंच गया, यह इन लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है।

संभल में न्यायसंगत कार्रवाई

योगी ने कहा कि न्यायहित, समाजहित, राष्ट्रहित व भविष्य हित में शासन-प्रशासन की कार्रवाई का समर्थन करना चाहिए। बहराइच व संभल की घटना में प्रशासन की कार्रवाई न्यायसंगत तरीके से बढ़ रही है। संभल की घटना में ज्यूडिशियल कमीशन गठित किया गया है। इसके सदस्य लगातार विजिट कर रहे हैं। लोगों के बयान लेंगे, सबकी बात सुनेंगे और सच को सामने लेकर आएंगे, लेकिन आपके अनावश्यक पत्थऱबाजी, अवैध असलहे से फायर करने से वहां शांति बहाल नहीं होने वाली है। आदित्यनाथ ने विपक्षियों की खिंचाई करते हुए कहा कि हम सोच रहे थे कि मिनी स्टेशन पॉवर कॉरपोरेशन चला रहा है लेकिन संभल में धार्मिक स्थल से बिजली के मिनी स्टेशन संचालित हो रहे हैं। वहां कई मस्जिद ऐसी पाई गईं, जहां अवैध सब स्टेशन बनाकर फ्री में कनेक्शन बांटे गए थे। प्रदेश में पावर कॉरपोरेशन का लाइनलॉस 30 से कम है, लेकिन संभल के दीपासराय व मीरासराय मोहल्ले में लाइन लॉस 78 व 82 फीसदी है। यह देश के संसाधनों पर लूट है। प्रशासन कर्तव्य का निर्वहन कर रहा है तो उसे चोर कहेंगे और यदि प्रशासन चोरी पकड़ ले तो कहेंगे कि अत्याचार है।

… आखिर 22 कुओं को किसने पाट दिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि न्यायालय के आदेश का पालन करना प्रशासन का दायित्व है। प्रशासन संभल में वही कर रहा है। योगी ने कटाक्ष करते हुए सपा सदस्यों से कहा कि मंदिर को न छेड़कर आपने बड़ी कृपा कर दी, लेकिन 22 कुओं को किसने पाट दिया। आखिर मूर्तियां कैसे मिल रही हैं। नोटिस से परेशानी क्यों हो रही है। इस मुद्दे पर विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, सपा के वरिष्ठ सदस्य संग्राम सिंह यादव, इकबाल महमूद और कांग्रेस सदस्य आराधाना मिश्रा मोना ने सरकार से इन दोनों ही मुद्दों पर जांच कराने की मांग की। सभी दलों का पक्ष सुनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इस मुद्दे को अग्राह्य कर दिया।

इससे पूर्व, सदन में 13 पूर्व विधायकों के निधन की सूचना पर शोक व्यक्त किया गया है। पूर्व विधायक वीरेन्द्र सिंह ढाना, रामपाल सिंह, कनक सिंह, राजवीर दिलेर, हरि प्रताप सिंह, सोमांश प्रकाश, नीलम करवरिया, किरनपाल सिंह, गजाधर सिंह, कुंअर सुभाष पटेल, नारायन भुलई, श्यामदेव राय चौधरी और मदन गोपाल वर्मा का पिछले दिनों हुए निधन पर पूरे सदन ने कुछ पल मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

इसके साथ ही विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। मंगलवार को आदित्यनाथ सरकार अनुपूरक बजट पेश करेगी।

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(Udaipur Kiran) / दिलीप शुक्ला

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