गुवाहाटी, 16 दिसंबर (Udaipur Kiran) । विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध शिशु शिक्षा समिति, असम के तत्वावधान में आयोजित 10 दिवसीय आवासीय शिशु वाटिका आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का साेमवार काे समापन हो गया। समारोह में विद्या भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री गोविंद चंद्र महंत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।इस माैके पर गोविंद चंद्र महंत ने बच्चों के समग्र विकास में शिशु वाटिका के आचार्यों की भूमिका पर मार्गदर्शन किया। महासचिव जगन्नाथ राजबंशी ने सभी प्रशिक्षुओं को आशीर्वचन देते हुए उन्हें प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त अनुभव को अपने कार्यक्षेत्र में लागू करने की सलाह दी। आचार्य प्रशिक्षण वर्ग में हर दिन सुबह अग्निहोत्र से शुरुआत होती थी और रात में अनौपचारिक सत्र के साथ समापन होता था। गुजरात शिशु विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति दिव्यांशु दबे, आनंद सूत्रधार, बर्णाली देवी तथा कई अन्य संसाधन व्यक्तियों ने विभिन्न विषयों पर मार्गदर्शन दिया। प्रशिक्षण वर्ग में विभिन्न विषयों के दैनिक अभ्यास के साथ-साथ खेल और स्वर अभ्यास भी कराया था।शिशु शिक्षा समिति असम के प्रचार प्रमुख मुकुटेश्वर गोस्वामी ने बताया है कि असम प्रकाशन भारती के नवस्थापित प्रशिक्षण केंद्र के पहले चरण में चार जिलों के पांच प्रभावी शिशु वाटिकाओं के कुल 20 आचार्यों ने प्रशिक्षण लिया।बैठक में असम की शिशु शिक्षा समिति के अध्यक्ष कुलेंद्र कुमार भगवती तथा महासचिव जगन्नाथ राजवंशी, विद्या भारती उत्तर असम प्रांत के संगठन मंत्री नीरव घेलानी, पूर्वोत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री डॉ. पवन तिवारी तथा सचिव डॉ. जगदीन्द्र रॉय चौधरी, डॉ अभिजीत पायेंग, शिशु वाटिका क्षेत्र समन्वयक आनंद सूत्रधार और प्रान्त समन्वयक बर्णाली देवी उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय