सोनीपत, 16 दिसंबर (Udaipur Kiran) । सहकारिता,
कारागार, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रख्यात लोक गायक मास्टर
सतबीर सिंह का जीवन युवा पीढ़ी को प्रेरित करने और हरियाणवी संस्कृति को सहेजने का
अनूठा उदाहरण है। उनके विचार सदैव आपसी भाईचारे और समाज कल्याण को प्रोत्साहित करते
रहे, जिसे इलाके के लोग आज भी मानते हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि वर्तमान समय में अभिभावकों
को मास्टर सतबीर के जीवन से प्रेरणा लेकर युवाओं का मार्गदर्शन करना चाहिए।
डॉ.
अरविंद शर्मा ने साेमवार काे गांव भैंसवाल कलां पहुंचकर मास्टर सतबीर सिंह की समाधि पर पुष्प अर्पित
किए और उन्हें नमन किया। ग्रामीणों के साथ चर्चा में उन्होंने बताया कि मास्टर सतबीर
ने शिक्षक, कुश्ती प्रशिक्षक और लोक गायक के रूप में समाज को अमूल्य योगदान दिया। उन्होंने
पंडित लख्मी चंद, धनपत, मांगेराम और मेहर सिंह के किस्से-रागनियों के माध्यम से हरियाणवी
लोक संस्कृति को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का कार्य बखूबी निभाया। चार दशक से अधिक के
सार्वजनिक जीवन में उन्होंने न केवल लोक कला को पहचान दिलाई, बल्कि युवाओं को खेल,
विशेष रूप से कुश्ती, में निखारने का भी काम किया।
डॉ.
शर्मा ने कहा कि समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने वाले व्यक्तियों को हमेशा याद रखा
जाता है। मास्टर सतबीर के विचार आज भी अभिभावकों को प्रेरित करते हैं कि वे युवा पीढ़ी
को सकारात्मक दिशा में अग्रसर करें। इसके साथ ही उन्होंने अपने पुराने सहयोगी नन्हा
बाल्मीकि की पुत्री के निधन पर शोक व्यक्त किया।
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(Udaipur Kiran) परवाना