Haryana

हिसार : अब झुग्गियाें के बच्चे नहीं रहेंगे शिक्षा से वंचित

हिसार के सेक्टर-16 की झुग्गियों में स्वाभिमान अध्ययन एवं प्रशिक्षण केंद्र के स्थापना कार्यक्रम में हिस्सा लेते गणमान्य लोग एवं बच्चे।

भीख नहीं किताब दो संस्था ने किया निशुल्क पाठशाला का शुभारंभ

भीख नहीं किताब दो व संभव संस्था ने सेक्टर-16 की झुग्गियों में स्थापित किया स्वाभिमान अध्ययन एवं प्रशिक्षण केंद्रहिसार, 15 दिसंबर (Udaipur Kiran) । झुग्गी-झोपड़ी के बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने एवं उन्हें शिक्षित करने के उद्देश्य से भीख नहीं किताब दो संस्था व संभव वेलफेयर सोसायटी ने समाजसेवियों के सहयोग से सेक्टर-16 स्थित झुग्गियों में स्वाभिमान अध्ययन एवं प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की है। आचार्य सूर्यदेव शास्त्री के सानिध्य में रविवार को हवन-यज्ञ कर यहां पाठशाला का शुभारंभ किया गया।

खास बात यह रही कि इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में झुग्गी के बच्चे उपस्थित रहे। इस अवसर पर कई सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं से जुड़ी सुमन बत्रा ने हवन-यज्ञ में भाग लेकर अपना जन्मदिन बच्चों के साथ मनाया। हवन में सुमन बत्रा को यजमान बनाया गया। सुमन बत्रा ने सिलाई प्रशिक्षण केंद्र के लिए सिलाई मशीन भी भेंट की। संस्था संचालक अन्नु चीनिया ने बताया कि इस पाठशाला में जरूरतमंद बच्चे शिक्षा ग्रहण करके समाज में सिर ऊंचा उठाकर चल सकेंगे। संस्था के संरक्षक एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने कहा कि संस्था द्वारा समाज हित में तथा निर्धन बच्चों के उत्थान के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। इस यज्ञ में सभी को अपनी आहुति देनी चाहिए। संस्था के महासचिव सुरेश पूनिया ने सुमन बत्रा को जन्मदिन की बधाई देते हुए संस्था को सहयोग देने पर आभार जताया।

इस अवसर पर संस्था के मुख्य सदस्य शैलेश वर्मा, पवन कुमार, त्रिलोक बंसल, सत्येंद्र यदुवंशी, डॉ. संदीप कालीरावणा, हरीश कुमार, गरिमा बंसल, रेखा गौतम, संदीप बनवाला, मंदीप, अंकुर, वेदांश, युवराज, एडवोकेट हिमांशु वर्मा, एडवोकेट राज वर्मा, कमलेश राय और झुग्गियों मे रहने वाले सभी बच्चे और उनके अभिभावक विशेष रूप से उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि हाल ही में सेक्टर-16 के पास स्थित झुग्गियों में आगजनी की घटना से सभी झुग्गीवासी व उनके बच्चे बेघर हो गए थे। यहां तक कि उनका सारा सामान भी जलकर राख हो गया था। इस विकट स्थिति में हिसारवासियों ने तत्परता दिखाते हुए गरीब, मजदूर व जरूरतमंद झुग्गीवासियों की हर तरह की सहायता की। समाजसेवियों ने आगे बढक़र उन्हें संभाला और तुरंत प्रभाव से भोजन व अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई। इस पीड़ा को समझते हुए समाजसेवियों ने इन लोगों के पुनर्वास का प्रबंध किया और उन्हें राशन, कपड़े व बर्तन सहित तमाम सामान भी उपलब्ध करवाया। झुग्गीवासियों को त्वरित सहायता मुहैया करवाने में अन्नु चीनिया ने विशेष भूमिका निभाई थी।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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