हरिद्वार, 15 दिसंबर (Udaipur Kiran) । हरिद्वार नगर निगम मेयर सीट ओबीसी महिला के लिए आरक्षित होने के बाद हरिद्वार नगर निगम के 60 वार्डों के आरक्षण की सूची भी सामने आ गई है।
हरिद्वार निगम के आधे से अधिक वार्ड महिला, अनूसूचित जाति ओबीसी के लिए आरक्षित घोषित किए गए हैं। कुल 60 में से केवल 26 वार्ड ही अनारक्षित रखे गए हैं। ज्यादातर वार्डों में बदलाव किया गया है। इससे भी कई दावेदारों के अरमानों पर पानी फिर गया है। एक ही वार्ड से लगातार चुनते आ रहे पार्षदों का मूड भी आरक्षण सूची ने खराब कर दिया है। ऐसे अनेक वार्डों से इस बार महिलाएं चुनकर निगम में पहुंचेंगी जहां पिछले काफी समय से पुरुष पार्षद चुनते आ रहे थे। इसके अलावा कई महिला आरक्षित वार्ड इस बार अनारक्षित घोषित किए गए हैं।
नगर निगम केेे सभी 60 वार्डों का विवरण
सप्तऋषि सीट अनारक्षित, भोपतपाला सीट महिला, दुर्गानगर सीट अनारक्षित, खडखडी अनारक्षित, श्रीगंगाधर महादेव नगर अनारक्षित,भीमगोड़ा अनारक्षित, हरकी पैड़ी महिला, गऊघाट अनारक्षित, ब्रहमपुरी अनारक्षित, बिल्केश्वर अनुसूचित जाति, श्रवणनाथनगर अनारक्षित, निर्मला छावनी अनारक्षित, मायापुर महिला, ऋषिकुल अनारक्षित, विवेक विहार अनारक्षित, शिवलोक महिला, तिबड़ी अनुसूचित जाति महिला, गोबिन्दपुरी महिला, खन्नानगर महिला, आवास विकास अनारक्षित, शारदा नगर महिला, आर्यनगर महिला, रामनगर महिला, कृष्णानगर अनारक्षित, आचार्यान महिला, सन्देश नगर अनारक्षित, लाटोवाली अनारक्षित, राजघाट अनारक्षित, कुम्हारगढ़ा अन्य पिछडा वर्ग, चौक बाजार अनारक्षित, रविदास बस्ती अनारक्षित, नाथनगर अनारक्षित, शास्त्रीनगर अनुसूचित जाति, अम्बेडकरनगर अनुसूचित जाति, कड़च अनुसूचित जाति महिला, मेहतान अनारक्षित, लोधामंडी अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, पीठ बाजार अन्य पिछडा वर्ग महिला, कस्साबन अन्य पिछड़ा वर्ग, बाल्मिकी बस्ती अनुसूचित जाति महिला, नीलखुदाना अन्य पिछडा वर्ग, पांडेवला अन्य पिछड़ा वर्ग, पांवधोई अन्य पिछडा वर्ग, त्रिमूर्तिनगर अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, तपोवन नगर अन्य पिछडा वर्ग, चाकलान अनारक्षित, लकड़हारान महिला, मैदानियान अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, घोसियान अन्य पिछडा वर्ग महिला, अहबाव नगर अनारक्षित, विष्णुलोक अनारक्षित, गुरुकुल अनारक्षित, शिवपुरी अनुसूचित जाति, हनुमन्तपुरम अन्य पिछड़ा वर्ग, जगजीतपुर अनुसूचित जाति, राजा गार्डन अनारक्षित, सीतापुर अनारक्षित, हरिलोक अनारक्षित सीट घोषित की गई है।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला