कार्यकर्ताओं ने एसीपी को सौंपा ज्ञापन
वाराणसी,15 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । श्री काशी विश्वनाथ धाम स्थित पौराणिक व प्राचीन अक्षयवट को कटवाने के विरोध और काशी वासियों के दर्शन-पूजन की सीमा बढ़ाये जाने को लेकर रविवार को धाम में जा रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने रोक लिया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मैदागिन चौराहे पर कुछ देर नारेबाजी के बाद वाराणसी कमिश्नर को सम्बोधित मांगों का ज्ञापन कोतवाली एसीपी को सौंप दिया।
इसके पहले पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत पार्टी के कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल और महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे के अगुवाई में मैदागिन चौराहे पर स्थित पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी के प्रतिमा के पास जुटे। विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने के बाद महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में पौराणिक व प्राचीन अक्षयवट को कटवाने, दरबार में काशी वासियों के दर्शन-पूजन की सीमा बढ़ाये जाने तथा नेमी दर्शनार्थियों को पूर्व की भॉति दर्शन-पूजन की व्यवस्था के सम्बन्ध में ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने बताया कि सनातन संस्कृति में तीन अक्षयवटों की मान्यता है। काशी, प्रयाग और गया। इनमें से काशी में स्थित अक्षयवट को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के समय कटवा दिया गया। इस प्राचीन अक्षयवट वृक्ष के नीचे विराजे हनुमानजी का कभी इत्र सिंदूर से लेपन होता था। सुगंधित पुष्पों से श्रृंगार होता था ,दिया जलता था लड्डू का भोग लगता था। आज उस विग्रह को खंडित कर दिया गया और अक्षयवट को उखाड़ दिया गया। इस मामले में हमारी मांग है कि दोषियों के खिलाफ सख़्त कार्यवाही होनी चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी