Haryana

हरियाणा में स्थानीय निकायाें काे आमदनी व खर्च का रखना हाेगा हिसाब, सरकार ने बनाई लेखा संहिता

चंडीगढ़, 14 दिसंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा में नगर निगमों, नगर परिषदों और पालिकाओं को एक-एक पैसे का पूरा हिसाब रखना होगा। स्थानीय निकायों की आमदन व खर्चों पर नजर रखने के लिए प्रदेश सरकार ने हरियाणा नगरपालिका लेखा संहिता तैयार की है। शहरी स्थानीय विभाग ने हित धारकों से हरियाणा नगरपालिका लेखा संहिता को लेकर एक महीने में आपत्तियां और सुझाव मांगें हैं, जिसके बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।

दरअसल प्रदेश सरकार नगर निगमों, परिषदों और नगर पालिकाओं की आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है। हरियाणा नगरपालिका लेखा संहिता को इस दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। सभी स्थानीय निकायों का समय-समय पर सोशल ऑडिट भी कराया जाएगा, ताकि भ्रष्टाचार की कोई संभावना न रहे। इस बीच राज्य चुनाव आयोग ने सोनीपत और अंबाला के मेयर पद को रिक्त घोषित कर दिया है। दोनों निगमों के मेयर पद के लिए फरवरी के पहले सप्ताह में उपचुनाव कराए जाएंगे।

सोनीपत के मेयर निखिल मदान और अंबाला की मेयर शक्ति रानी शर्मा विधायक बन चुकी हैं। इस कारण दोनों निगमों में मेयर का उपचुनाव कराना पड़ रहा है। दो चरणों में होने वाले निकाय चुनाव के तहत पहले चरण में तीन नगर निगमों मानेसर, गुरुग्राम और फरीदाबाद, तीन नगर पालिकाओं सिरसा नगर परिषद, पटौदी जटौली मंडी, अंबाला सदर और 21 पालिकाओं के लिए आम चुनाव होना है।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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