जोधपुर, 14 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । अवैध तरीके से विदेशी मुद्रा यूएसडीटी कन्वर्ट के एक आरोपित को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है।
महामन्दिर थाना पुलिस ने छह सितंबर को अवैध तरीके से भारतीय रुपयों को यूएसडीटी में कन्वर्ट करने के मामले में दिनेश, धीरज, सुनील को गिरफ्तार किया था। इसमें आरोपित दिनेश के विरूद्ध बैंगलोर, हैदराबाद एवं अन्य राज्यों में चार यूएसडीटी प्रकरण दर्ज होना पाया गया। आरोपित दिनेश द्वारा साइबर फ्रॉड की राशि जो आम लोगों से अनाधिकृत तरीके से ठगी गई राशि को यूएसडीटी से कन्वर्ट कर विदेशों में ट्रांसफर करने के तथ्य पाए गए एवं इन आरोपिताें के पास विभिन्न कम्पनियों के मोबाइल एवं अलग-अलग कम्पनियों की सिमें जब्त की गई। बाद में कोर्ट के आदेश पर उन्हें जेल भेज दिया गया। दिनेश पुत्र गोरधनराम की जमानत याचिका अधिनस्थ एवं जिला अदालत द्वारा खारिज कर दी गई।
तत्पश्चात् अधिवक्ता एमएस राजपुरोहित द्वारा उच्च न्यायालय में दिनेश एवं धीरज की जमानत याचिका दाखिल की गई। अधिवक्ता राजपुरोहित के तर्कों एवं सबूतों के आधार पर धीरज की जमानत पूर्व में ही हो गई। इसके बाद दिनेश की जमानत याचिका पर पैरवी की गई जिसमें यह दलील दी गई थी कि अभी तक की पूछताछ में दिनेश के विरूद्ध किसी भी खाता होल्डर के साथ धोखाधड़ी होना साबित नही हैं।
मुकदमें में चार्जशीट पेश हो चुकी हैं तथा किसी भी परिवादी ने धोखाधडी का मुकदमा दर्ज नही करवाया हैं। उपरोक्त दलीलों के आधार पर राजस्थान उच्च न्यायालय ने दिनेश की जमानत याचिका मंजूर कर ली तथा मुचलके एवं सियोरिटी के आधार पर इस प्रकरण में जमानत पर छोड़ दिया गया।
(Udaipur Kiran) / सतीश