हरिद्वार, 14 दिसंबर (Udaipur Kiran) । लक्सर क्षेत्र में वन तस्करों के हौसले बुलंद हैं। वन माफिया ग्रामीणों को पैसों का लालच देकर उनके खेतों में खड़े हरे पेड़ों पर आरी चला रहे हैं। अधिकारियों से सांठ गांठ कर परमिशन की आड़ में हरे पेड़ों को धरती से जुदा कर रहे हैं। ताजा मामला ग्राम भिक्कमपुर क्षेत्र से आया है, जहां पर एक लकड़ी ठेकेदार ने एक किसान को पैसों का लालच देकर उसके खेत में खड़े शीशम और सिरस के हरे पेड़ों को काट दिया। ठेकेदार पेड़ों को काटने के बाद ट्रैक्टर ट्राली में भरकर ठिकाने लगाने सुल्तानपुर जा रहे थे, तभी निहंदपुर सुठारी गांव में भ्रमण कर रही रुड़की वन सुरक्षा टीम (एसओजी) ने उन्हें पकड़ लिया। टीम ने इसकी सूचना वन क्षेत्राधिकारी लक्सर यशपाल राठौड़ को दी।
एसओजी टीम प्रभारी मनोज भारती ने आरोपित ट्रैक्टर चालक से इस संबंध में पूछा तो उसने बताया कि उसने गांव के ही लकड़ी ठेकेदार राजवीर को यह शीशम के पेड़ बेचे हैं। एसओजी की टीम ने वन विभाग की टीम को मौके पर बुलाकर ट्रैक्टर ट्रॉली सहित शीशम की लकड़ी उनकी सुपुर्दगी में देकर दोनों आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। वहीं वन विभाग की टीम ने शीशम और सिरस की भारी भरकम डाट सहित ट्रैक्टर ट्रॉली को सीज कर दिया। पुलिस ने भिक्कमपुर निवासी किसान भूपेंद्र शर्मा व लकड़ी ठेकेदार राजवीर के विरुद्ध वन संरक्षण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया।
वन क्षेत्राधिकारी यशपाल राठौर ने बताया कि शनिवार सुबह रुड़की वन सुरक्षा बल (एसओजी) की टीम क्षेत्र में गश्त पर थी। गश्त के दौरान टीम ने सुल्तानपुर बीट के गांव निहंदपुर सुठारी से शीशम की लकड़ी से भरी एक ट्रैक्टर ट्राली को पकड़ा है, जो सुल्तानपुर की ओर आ रही थी।
बता दें कि क्षेत्र में लकड़ी माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। परमिशन की आड़ में जंगलों व खेतों से हरे पेड़ों को काटकर ठिकाने लगाया जा रहा है। फलदार व हरे पेड़ों को काटकर बागाें को उजाड़ा जा रहा हैं। कॉलोनी विकसित किया जा रहा है। ऐसा ही चला रहा तो धरती से पेड़ों का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला