लखनऊ, 14 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । बढ़ रहे ठंड ने एक तरफ जहां लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। वहीं दूसरी तरफ किसानों में खुशी है। यह सब्जियों के लिए फायदेमंद है, वहीं रबी की फसल को भी यह फायदा देगा। विशेषज्ञों की मानें तो सर्दी के देर से शुरू होने के कारण ही अब तक सब्जियों के भाव में गिरावट नहीं आयी।
सब्जी अनुसंधान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक ए.बी. सिंह का कहना है कि टमाटर, बैंगन आदि ठंड के मौसम की सब्जियों के लिए ठंड का होना जरूरी होता है। ठंड न होने की वजह से इनमें फल कम लगते हैं, जो फूल आते हैं वे भी सूख जाते हैं। इससे दवाओं का छिड़काव भी ज्यादा करना पड़ता है। इस वर्ष ठंड देर से शुरू हुई। पूरा नवंबर निकल गया लेकिन ठंड का असर भी नहीं दिखा। इस कारण सब्जियों के पैदावार में कमी आयी है। उन्होंने कहा कि सर्दी बढ़ने के साथ ही पैदावार बढ़ जाएगा। इससे सब्जियों के भाव में कमी आयेगी।
वहीं उपनिदेशक उद्यान विभाग अनीस श्रीवास्तव का कहना है कि इस मौसम में किसानों को केले की फसल पर विशेष ध्यान देना चाहिए। केला इस मौसम में ग्रोथ नहीं करता। इस कारण उसमें उर्वरक का कम प्रयोग करें और खेत को सफाई और पानी पर विशेष ध्यान देना चाहिए। केले या किसी अन्य फसल में नमी का बने रहना जरूरी है।
कृषि विशेषज्ञ राम स्वरूप का कहना है कि खेत में नमी रहने से पाला का असर कम रहता है। इस कारण खेत की नमी पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। इसी के साथ ही सिंचाई के बाद उर्वरक डालते समय भी खेत की नमी का ध्यान रखकर ही डालना चाहिए।
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय