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(अपडेट) मुख्यमंत्री के काफिले में हुए हादसे में शहीद एएसआई सुरेंद्र सिंह पंचतत्व में विलीन, टैक्सी ड्रायवर पवन ने भी तोड़ा दम

एएसआई की पत्नी का फूटा दर्द : मुख्यमंत्री को बचाने में शहीद हो गए पति
एएसआई की पत्नी का फूटा दर्द : मुख्यमंत्री को बचाने में शहीद हो गए पति

जयपुर, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले की दो गाड़ियों को एक टैक्सी द्वारा टक्कर मारे जाने से हुए हादसे में एएसआई सुरेंद्र सिंह सहित दो लोगों की जान चली गई। बुधवार को एएसआई सुरेंद्र सिंह ने दम तोड़ा था। वहीं गुरुवार को टैक्सी ड्राइवर पवन की मौत हो गई। इस हादसे में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।

करीब 25 वर्षों की पुलिस सेवा में सुरेंद्र सिंह ज्यादातर जयपुर में तैनात रहे। छह महीने पहले ही उनका ट्रांसफर ट्रैफिक विभाग में हुआ था। 1992 बैच के सुरेंद्र सिंह अलवर के नीमराना क्षेत्र के गांव काठ का माजरा के निवासी थे। उनके पिता रोहिताश भारतीय सेना में कैप्टन थे। सुरेंद्र सिंह राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे और 2018 में प्रमोशन के बाद एएसआई बने। अगले साल वे सब-इंस्पेक्टर के पद पर प्रमोट होने वाले थे। सुरेंद्र सिंह जयपुर के करणी विहार इलाके में अपनी पत्नी सविता (51), बेटे आकाश (28) और बेटी कोमल (23) के साथ रहते थे। उनकी पत्नी स्कूल में पढ़ाती हैं। बेटा एमबीबीएस के बाद इंटर्नशिप कर रहा है, जबकि बेटी यूपीएससी की तैयारी कर रही है।

गुरुवार शाम करीब 4 बजे एएसआई सुरेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव काठ का माजरा में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। पुलिस जवानों ने गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया। उनके बेटे आकाश ने मुखाग्नि दी। इससे पहले पार्थिव देह को जयपुर से नीमराना लाया गया। नीमराना के हीरो चौक से उनके घर तक करीब ढाई किलोमीटर की तिरंगा यात्रा निकाली गई। सुरेंद्र सिंह अमर रहें के नारों से माहौल गूंज उठा। मां किताब देवी ने बेटे को अंतिम बार दुलारते हुए विदाई दी।

मुख्यमंत्री के काफिले में टैक्सी घुसाने वाले ड्राइवर पवन की गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। हादसा बुधवार दोपहर अक्षयपात्र सर्किल पर हुआ था, जब टैक्सी ने काफिले की दो गाड़ियों को टक्कर मार दी। पवन करौली जिले का रहने वाला था और जयपुर के जगतपुरा में किराए पर परिवार के साथ रहता था।

पवन के परिवार में पत्नी, एक ढाई साल का बेटा और 20 दिन का नवजात है। वह डेढ़ साल तक यूएई में ड्राइवर की नौकरी कर चुका था और हाल ही में वापस लौटा था।

इस हादसे में घायल चार पुलिसकर्मियों का इलाज जारी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।

(Udaipur Kiran)

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