-परिजनों से मिलकर दिया हर संभव सहायता का आश्वासन
नोएडा, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । यहां की लुक्सर जेल में बंद आंदोलनकारी किसानों से मिलने जा रहे गुरुवार को समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने डीएनडी फ्लाईओवर पर रोक दिया और बैरंग लौटा दिया। इस दौरान पुलिस और सपा नेताओं के बीच नोंकझोंक हुई, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे सपा नेता टिक न सके और पुलिस की मुलाकात की अनुमति नहीं मिलने के बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सूरजपुर स्थित पार्टी जिला कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने जेल में बंद किसानों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान 10-12 किसानों का परिवार भी मौजूद रहा। इसमें महिलाएं भी शामिल रहीं।
इस दौरान प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेताओं ने किसानों की लड़ाई में हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसके बाद सपा नेताओं ने पुलिस ज्वाॅइंट कमिश्नर शिवहरि मीणा और जिलाधिकारी (डीएम) मनीष कुमार वर्मा से मुलाकात कर जेल में बंद किसानों को बिना शर्त रिहा करने की मांग की।
सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने जेल में बंद किसानों से मिलने पर रोक लगाए जाने को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। प्रदेश में आपातकाल जैसे हालात बन गए हैं। उन्हाेंने यह भी आरोप लगाया कि किसानों पर जेल में दुर्व्यवहार हो रहा है और सरकार सच्चाई छिपाने के लिए मुलाकात नहीं करने दे रही है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी संसद में किसानों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी।
प्रतिनिधिमंडल में सांसद नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं। उन्हें उनके अधिकारों से वंचित कर शोषण किया जा रहा है। सरकार का रवैया आतंकियों जैसा है। सांसद लालजी वर्मा ने कहा कि समाजवादी पार्टी आंदोलनकारी किसानों की बिना शर्त रिहाई के लिए हर कदम उठाएगी और इस लड़ाई में किसानों के साथ खड़ी रहेगी। विधायक कमाल अख्तर ने कहा कि सपा गौतमबुद्ध नगर के किसानों के मुद्दे को सड़क से लेकर सदन तक उठाएगी।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर किसानों पर हो रहे अत्याचारों की रिपोर्ट सौंपेंगे।
सपा जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी, फकीरचंद नागर, गजराज नागर, सुनील चौधरी, वीर सिंह यादव, इंदर प्रधान, महेंद्र नागर, आश्रेय गुप्ता, सुनील देवटा, नरेंद्र नागर और सुधीर तोमर समेत कई वरिष्ठ नेता प्रतिनिधि मंडल के साथ मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / फरमान अली