Uttrakhand

महाकुंभ 2025 : डिजिटल युग में उत्तर प्रदेश का भव्य महाकुंभ, देहरादून में रोड शो

प्रयागराज महाकुंभ 2025 के लिए आमंत्रित करतीं उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य और लोक निर्माण राज्यमंत्री बृजेश सिंह।

– भारत की सांस्कृतिक एकता के अद्वितीय उत्सव में उत्तराखंड के लोगों को किया आमंत्रित

– उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण मंत्री व लोक निर्माण राज्यमंत्री ने महाकुंभ की भव्यता पर की चर्चा

देहरादून, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । प्रयागराज महाकुंभ-2025 को लेकर गुरुवार को उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य और लोक निर्माण राज्यमंत्री बृजेश सिंह ने देहरादून में एक भव्य रोड शो का आयोजन किया। रोड शो का उद्देश्य महाकुंभ को न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में एक अद्वितीय धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजन के रूप में प्रस्तुत करना था। उत्तर प्रदेश सरकार की पहल में डिजिटल टेक्नोलॉजी, स्वच्छता, स्वास्थ्य देखभाल और पर्यावरणीय दृष्टिकोण को एक साथ मिलाकर महाकुंभ को दिव्य और भव्य रूप देने की योजना है। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने महाकुंभ की भव्यता, समृद्धि और भारत की सांस्कृतिक एकता को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तराखंड के लोगों को आमंत्रित किया।

राजपुर रोड पर स्थित एक होटल में आज दोपहर आयोजित प्रेस वार्ता में, मंत्री बेबी रानी मौर्य और बृजेश सिंह ने महाकुंभ को लेकर राज्य सरकार की तैयारियों पर प्रकाश डाला। बेबी रानी मौर्य ने कहा कि महाकुंभ भारत की सांस्कृतिक चेतना और आध्यात्मिकता का उत्सव है। उन्होंने महाकुंभ-2025 को एक ऐसे अवसर के रूप में देखा, जो भारत की धार्मिक विविधता को एक मंच पर लाएगा और इसके आयोजन से भारतीय संस्कृति को वैश्विक पहचान मिलेगी। उन्होंने इस महाकुंभ के आयोजन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किया जाने वाला एक ऐतिहासिक कदम बताया।

महिला कल्याण मंत्री ने महाकुंभ-2025 की तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार का महाकुंभ पहले से कहीं अधिक दिव्य और भव्य होगा। इसमें 45 करोड़ तीर्थयात्रियों, साधु-संतों और पर्यटकों के आने की संभावना है, जिसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने हर पहलू पर व्यापक प्रबंध किए हैं। उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ न केवल सांस्कृतिक, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी होगा। इस बार ‘सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ’ का अभियान चलाया जाएगा और करीब तीन लाख पौधे लगाए जाएंगे ताकि महाकुंभ क्षेत्र हरा-भरा रहे।

स्वास्थ्य सेवाएं और डिजिटल व्यवस्था

महाकुंभ में श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के लिए भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं। बड़ी संख्या में डॉक्टरों और विशेषज्ञों की तैनाती की गई है, साथ ही 100 बिस्तरों वाला अस्पताल, छोटे अस्पतालों के अलावा, आईसीयू की व्यवस्था भी की गई है। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं के लिए डिजिटल तकनीकों का भी पूरा उपयोग किया जाएगा। महाकुंभ-2025 में आने वाले श्रद्धालुओं की हेड काउंटिंग के लिए तकनीकी उपायों का सहारा लिया जाएगा, जिसमें एट्रिब्यूट-आधारित खोज, आरएफआईडी रिस्ट बैंड और मोबाइल ऐप ट्रैकिंग शामिल हैं।

स्मार्ट पार्किंग और डिजिटल महाकुंभ

श्रद्धालुओं के लिए स्मार्ट पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है। 101 स्मार्ट पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जहां प्रतिदिन पांच लाख वाहन पार्क किए जा सकेंगे। इसके अलावा, महाकुंभ को डिजिटल बनाने के लिए वेबसाइट, ऐप और अन्य तकनीकी उपायों के माध्यम से भी श्रद्धालुओं को सुविधाएं दी जाएंगी।

शुद्ध पेयजल और रिवर फ्रंट

महाकुंभ के दौरान शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के अलावा, रिवर फ्रंट पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। 44 घाटों पर पुष्प वर्षा की जाएगी और वहां श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। रिवर फ्रंट को मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर विकसित किया गया है।

महाकुंभ-2025 : भारतवर्ष की एकता का प्रतीक

लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री बृजेश सिंह ने महाकुंभ को भारत की सामाजिक समरसता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की एकता का प्रतीक है, जो देश की विविधता को समेटे हुए है।

देहरादून में आयोजित इस रोड शो में लगभग 100 प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया, जिनमें वरिष्ठ पत्रकार, ट्रैवल ऑपरेटर, ब्लॉगर और क्षेत्रीय उद्योगपति शामिल थे। सभी ने महाकुंभ-2025 की भव्यता और उत्तम प्रबंधन की सराहना की। महाकुंभ-2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा और यह एक ऐतिहासिक और यादगार अनुभव साबित होगा, जो भारतीय संस्कृति को पूरी दुनिया में फैलाने का काम करेगा।

(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण

Most Popular

To Top