धर्मशाला, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । राज्य सभा सांसद इन्दु बाला गोस्वामी ने केन्द्रीय वित्त मन्त्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट में राज्य सरकार के साथ मिलकर बेरोजगार युवकों को विभिन्न हुनर आधारित कार्यक्रम चलाने के लिए नई केंद्रीय प्रायोजित योजना शुरू करने का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इससे हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी प्रदेश में रोजगार के नए अवसर सृजित करने में मदद मिलेगी और पहाड़ी युवक महानगरों में अपने कौशल के आधार पर नौकरियां प्राप्त कर सकेंगे जिससे राज्य में बेरोजगारी की समस्या का स्थाई समाधान होगा।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में पिछले वर्ष आई विनाशकारी बाढ़ से हुई क्षति की भरपाई के लिए केंद्र सरकार बहुपक्षीय विकास सहायता के माध्यम से पुनर्निर्माण और पुनर्वास के लिए हिमाचल प्रदेश को विशेष आर्थिक पैकेज प्रदान करेगी।
उन्होंने केन्द्रीय बजट में दालों और तिलहन के उत्पादन को बढ़ाने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि इन उत्पादों के उत्पादन, भण्डारण और मार्केटिंग में केन्द्रीय सरकार की सहायता से अब किसान पूरी तरह निश्चिन्त होकर दालों और तिलहन के उत्पादन पर फोकस करेंगे जिससे कांगड़ा, मण्डी, सोलन, सिरमौर और हमीरपुर जैसे जिलों के किसानों को आर्थिक क्षेत्रों में नए अवसर प्रदान होंगे।
उन्होंने कृषि तथा सम्बद्ध सेक्टर के विकास के लिए केन्द्रीय बजट में 1.52 लाख करोड़ रूपये के प्रावधान का स्वागत करते हुए कहा किस इससे हिमाचल प्रदेश जैसे कृषि प्रधान राज्य की सामाजिक आर्थिक प्रगति का सूत्रपात होगा।
राज्य सभा सांसद इन्दु बाला गोस्वामी ने कामकाजी महिलाओं को आवास और कार्य स्थलों पर क्रेच सुविधा प्रदान करने के लिए वर्किंग वुमन हॉस्टल स्थापित करने की का स्वागत किया है। उन्होंने कहा किस इससे कांगड़ा, धर्मशाला, शिमला, मण्डी आदि स्थानों पर कार्यरत महिलाओं के साथ साथ औद्योगिक क्षेत्रों बद्दी, बरोटीवाला, काला अम्ब, नालागढ़, सिरमौर और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं को सुरक्षा का अहसास होगा और मां बाप अब अपनी युवा बच्चियों को घर के बाहर नौकरी करने के लिए बिना किसी डर या भय के भेज सकेंगे।
उन्होंने प्रधान मन्त्री ग्रामीण सड़क योजना के चौथे चरण की घोषणा का स्वागत किया और कहा की इससे हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों को सड़क नेटवर्क से जोड़ने में मदद मिलेगी तथा आयकर की दरों को रिवाईज करने की घोषणा का भी स्वागत किया है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया