पलवल, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पलवल में गुर्जर समाज में फैली कुरीतियों को लेकर बैंसलात के बड़े गांव बड़ौली में 15 दिसंबर को राष्ट्रीय स्तर का गुर्जर महासम्मेलन आयोजन किया जाएगा। सम्मेलन में पूरे देश के पटेल, पाटिल, कुर्मी, सिख व मुस्लिम गुर्जर भाग लेंगे। सम्मेलन में सामाजिक कुरीतियों पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर ठोस निर्णय लिया जाएगा। इसके अलावा सम्मेलन में बच्चों को शिक्षित करने पर जोर दिया जाएगा। यह जानकारी गुर्जर समाज के बडे नेता सतबीर सिंह पटेल ने गुरूवार को दी।
उन्होंने कहा कि सम्मेलन में केंद्रीय राज्यमंत्री, सांसदों, विधायकों व जन प्रतिनिधियों के साथ इन सामाजिक कुरीतियों पर चर्चा की जाएगी। आज गुर्जर समाज में दहेज मांगना, समारोह में शराब का प्रचलन, डीजे, आतिशबाजी, गोद भराई व मांढा झांकना जैसी सामाजिक कुरीतियां बढ़ती जा रही है। सतबीर सिंह पटेल ने कहा कि भात का न्योता देने में 200-200 महिलाएं जाती है, जिससे दोहरी मार पड़ रही है। गुर्जर समाज में सबसे ज्यादा खर्च शादियों पर किया जाता है। इसका असर समाज के गरीब तबके के लोगों पर पड़ता है। इन कुरीतियों पर प्रतिबंध लगाना बेहद आवश्यक है। इसके अलावा समाज के बच्चों को शिक्षित करने पर के लिए जागरूक किया जाएगा। खासकर बेटियों को शिक्षित करने पर जोर दिया जाएगा, क्योंकि बेटियों के शिक्षित होने से दो परिवार शिक्षित होते हैं। उन्होंने कहा कि बिना दहेज के शादी करने वालों को सम्मानित करने पर भी सुझाव किया जाएगा। सम्मेलन के लेकर बैंसलात क्षेत्र के गणमान्य लोगों को जिम्मेवारी सौंप दी गई है। यह सम्मेलन समाज को नई दिशा देने का काम करेगा। उन्होंने कहा को एकजुट करने के लिए इस तरह के सम्मेलन का आयोजन होना जरूरी हैं।
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(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग