धर्मशाला, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रताप राव जाधव ने अंशुमान भारत प्रधान मन्त्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत हिमाचल प्रदेश में 144 प्राइवेट और 138 सरकारी अस्पताल इम्पैनल किये गए हैं। केंद्रीय मंत्री ने यह जानकारी कांगड़ा से लोकसभा सांसद डॉक्टर राजीव भारद्वाज द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में सदन में दी।
उन्होंने बताया कि योजना के अन्तर्गत बिलासपुर जिला में 4 प्राइवेट और 10 सरकारी, चम्बा जिला में 5 प्राइवेट और 8 सरकारी, हमीरपुर जिला में 9 प्राइवेट और 8 सरकारी, कांगड़ा जिला में 33 प्राइवेट और 25 सरकारी, किन्नौर जिला में कोई भी प्राइवेट अस्पताल नही जबकि 6 सरकारी, कुल्लू जिला में 13 प्राइवेट और 9 सरकारी, लाहौल स्पीति जिला में कोई प्राइवेट अस्पताल नही और 6 सरकारी, मण्डी जिला में 21 प्राइवेट और 22 सरकारी, शिमला जिला में 5 प्राइवेट और 18 सरकारी, सिरमौर जिला में 8 प्राइवेट और 8 सरकारी, सोलन जिला में 24 प्राइवेट और 8 सरकारी और ऊना जिला में 22 प्राइवेट और 10 सरकारी अस्पताल अंशुमान भारत-प्रधान मन्त्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत इम्पैनल किये गए हैं।
उन्होंने बताया कि योजना में सबसे कम लाहौल स्पीति और किन्नौर में 6-6 हॉस्पिटल इम्पैनल किये गए हैं जबकि सबसे ज्यादा कांगड़ा में 58 हॉस्पिटल इम्पैनल किये गए हैं।
उन्होंने सदन में बताया कि 31 अक्टूबर 2024 तक अंशुमान भारत-प्रधान मन्त्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत हिमाचल प्रदेश में 13 लाख 39 हजार 890 आयुष्मान कार्ड बनाये गए तथा इस अवधि के दौरान 3.06 लाख रोगियों पर 408.38 करोड़ रूपये की धनराशि खर्च की गई है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत देश भर में मरीजों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए 29 हजार 870 अस्पतालों का नेटवर्क स्थापित किया गया है जिसमें से 13 हजार 173 प्राइवेट हॉस्पिटल शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत सर्वाधिक 2854 प्राइवेट और 2948 सरकारी अस्पताल उत्तर प्रदेश में इम्पैनल किये गए हैं जबकि सबसे कम लक्षदीप में 5 सरकारी अस्पताल इम्पैनल किये गए हैं।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया