जम्मू, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को जम्मू के गांधी नगर स्थित गुलशन ग्राउंड में आयोजित एक स्मारक समारोह कार्यक्रम के दौरान महान डोगरा योद्धा जनरल जोरावर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर में समृद्धि और समान विकास की एक नई लहर देखी जा रही है।
उपराज्यपाल सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर द्वारा किए गए परिवर्तनकारी कदमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में हाल के वर्षों में हुए बदलाव समावेशी विकास, पक्षपात को खत्म करने और लोगों के बीच आशा और स्थिरता को बढ़ावा देने का उदाहरण हैं। चाहे गांव हों या शहर, बुनियादी सुविधाओं और नागरिकों की आकांक्षाओं के बीच की खाई में कमी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।
जम्मू और कश्मीर में हाल के घटनाक्रमों के बारे में बोलते हुए उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में जमीनी स्तर पर लोकतंत्र गहरा हुआ है और लोकतांत्रिक आदर्श और संवैधानिक मूल्य हमारी सामूहिक चेतना के मार्गदर्शक सिद्धांत बन गए हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जम्मू और कश्मीर समानता, अवसर और सामाजिक न्याय की ओर बढ़ रहा है। चाहे गाँव हों या शहर, बुनियादी सुविधाओं और नागरिकों की आकांक्षाओं के बीच की खाई में कमी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।
उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर और पश्चिमी पाकिस्तान से विस्थापित लोगों सहित हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान के प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया। जनरल ज़ोरावर सिंह जैसे महान व्यक्तित्वों के बलिदान समाज में सद्भाव, शांति और समृद्धि स्थापित करने के संकल्प में निहित थे। उन्होंने कहा कि उनका दृष्टिकोण लंबे समय से चली आ रही भेदभावपूर्ण प्रथाओं को समाप्त करने और इन हाशिए के समूहों को मुख्यधारा में लाने के चल रहे प्रयासों से मेल खाता है। इसके अलावा, उपराज्यपाल सिन्हा ने जनरल जोरावर सिंह के जीवन को पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि उनकी विरासत हमें सिखाती है कि कैसे राष्ट्रीय सेवा में चुनौतियों का सामना साहस और दृढ़ संकल्प के साथ किया जा सकता है जिससे हमारी सभ्यता का सार सुरक्षित रहे। जम्मू-कश्मीर में परियोजना पूर्ण होने की गति दस गुना बढ़ गई है जो एक पवित्र जिम्मेदारी के रूप में जन कल्याण सुनिश्चित करने के हमारे संकल्प को दर्शाती है।
उन्होंने महान योद्धा की विरासत को संरक्षित करने के उनके प्रयासों के लिए जनरल जोरावर सिंह मेमोरियल एजुकेशनल एंड चौरिटेबल ट्रस्ट के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैं ट्रस्ट के पदाधिकारियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं, जो जनरल जोरावर सिंह की स्मृति और जीवन के योगदान को समाज के विभिन्न वर्गों तक फैलाने का नेक कार्य कर रहे हैं जो भारत के आत्मविश्वास और गौरव को दर्शाता है। अतीत के महान नेताओं को सम्मानित करने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, सिन्हा ने कहा, ष्मेरा मानना घ्घ्है कि महान हस्तियों के जीवन और कार्य हमेशा दूसरों को प्रेरित करते हैं।
उपराज्यपाल ने जनरल जोरावर सिंह को “राष्ट्रीय एकता का प्रतीक” और साहस और संकल्प का प्रतीक बताया। सिन्हा ने कहा कि जनरल जोरावर सिंह का जीवन एक मजबूत भारत के सपने का प्रतीक है। महाराजा गुलाब सिंह के नेतृत्व में उन्होंने डोगरा साम्राज्य के विस्तार और अखंड भारत के उद्देश्यों को मूर्त रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लद्दाख और बाल्टिस्तान में उनके अभियानों ने अनुकरणीय योजना और दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया। उपराज्यपाल ने जनरल जोरावर सिंह जैसी महान हस्तियों की विरासत को बनाए रखने और पुनर्जीवित करने के लिए प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में व्यापक प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों के प्रयासों का उद्देश्य जनरल जोरावर सिंह जैसी महान हस्तियों के आदर्शों को राष्ट्र की ताकत बनाना है। उन्होंने कहा कि नए भारत को ऊर्जा देने के लिए उनकी विरासत को पुनर्जीवित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने भारत को एक प्रमुख वैश्विक शक्ति में बदलने और ऐसा माहौल बनाने में उल्लेखनीय प्रगति की है जहां हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के रचनात्मक रूप से योगदान करने के समान अवसर मिले।
इस स्मारक कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों, अधिकारियों और आम लोगों ने भाग लिया जिन्होंने महान योद्धा को श्रद्धांजलि दी।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह