नई दिल्ली, 11 दिसंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज से दिल्ली के 3800 शक्ति केन्द्रों पर नुक्कड़ सभाओं के आयोजन की घोषणा की। इस कड़ी में आज दिल्ली में 256 मंडलों के प्रमुख शक्ति केन्द्रों पर आयोजित नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से अरविंद केजरीवाल की पिछले 10 सालों की नाकामियों और स्थानीय समस्याओं से जनता को अवगत कराया गया। इस मौके पर विभिन्न स्थानों पर भाजपा सांसद, प्रदेश पदाधिकारियों सहित स्थानीय वक्ता उपस्थित थे।
सांसद मनोज तिवारी ने संत नगर बुराड़ी में, प्रदेश महामंत्री एवं सांसद कमलजीत सहरावत ने नवादा में, सांसद बांसुरी स्वराज ने हौज खास मंडल में, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने मालवीय नगर में, भाजपा नेता सुमित भसीन ने जनकपुरी में आयोजित नुक्कड़ सभाओं में भाग लिया।
भाजपा नेतओं ने नुक्कड़ सभा देखने आए सभी को आरोप पत्र दिया, जिसमें स्थानीय समस्याओं के साथ-साथ दिल्ली की केजरीवाल सरकार की पिछले 10 सालों में किए गए भ्रष्टाचारों का विवरण दिया गया है।
मनोज तिवारी ने कहा कि बुराड़ी की जनता ने ना सिर्फ यहां जलभराव की समस्या देखी है बल्कि इस जलभराव के कारण छात्रों को दम तोड़ते हुए भी देखा है, इसलिए इस बार बुराड़ी की जनता परिवर्तन के मूड में है और आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट करके दिल्ली में डबल इंजन की सरकार लाने की तैयारी कर रही है।
कमलजीत सहरावत ने कहा कि दिल्ली में एक ऐसी सरकार पिछले 10 सालों से है, जिसने दिल्ली के किसानों को किसान का ना दर्जा दिया ना कोई सुविधा दी और सिर्फ उनके नाम पर झूठी बयानबाजी और वायदे करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अपने भ्रष्टाचारी कार्यकाल में अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ अपने हितों के लिए काम किया और आज उसका परिणाम शीशमहल के रूप में हम सबके सामने है।
बांसुरी स्वाराज ने कहा कि दिल्ली सरकार की नाकामी का कड़वा सच आज हर गली और चौराहे पर दिख रहा है- कूड़े के ढेर और गंदगी का अंबार। जिस राजधानी को स्वच्छता और सुंदरता का उदाहरण होना चाहिए था, वह अब कूड़े का हब बन गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के नागरिक स्वच्छता और सुंदरता के हकदार हैं, इसलिए भाजपा सरकार में आते ही उसकी पहली प्राथमिकता है- एक स्वच्छ, सुंदर और कचरा-मुक्त राजधानी।
सतीश उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ भ्रष्टाचार की राजनीति की है और आज उनके विधायकों को अपनी सीट बदलनी पड़ रही है या उनकी टिकट काटनी पड़ रही है, क्योंकि स्थानीय जनता में उनके विधायकों के प्रति रोष है और इस बार दिल्लीवालों ने ठाना है- डबल इंजन की सरकार लाना है।
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(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी