प्रयागराज, 10 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । आल इंडिया बार एसोसिएशन ने विश्व हिंदू परिषद के लीगल सेल की ओर से आयोजित कार्यक्रम में न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव के भाषण को लोकतंत्र और भारत के संविधान के खिलाफ बताते हुए कहा है कि ऐसा भाषण संविधान और उसके द्वारा स्थापित मूल्यों पर हमला है।
यूनियन के सचिव आशुतोष कुमार तिवारी एवं अध्यक्ष अरविन्द कुमार राय के अनुसार उनकी ओर से इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को भेजे पत्र में लिखा गया है, ’न्यायमूर्ति यादव ने अल्पसंख्यक मुसलमानों पर टिप्पणी की और ’कठमुल्ला’ शब्द का इस्तेमाल किया और उन्हें देश के लिए खतरनाक बताया। उन्होंने ’लोकतंत्र’ को बहुसंख्यक शासन (धार्मिक बहुसंख्यक) और कई अन्य आपत्तिजनक शब्दों और अवधारणाओं का भी वर्णन किया जो उनके द्वारा बोले गए मानवीय और संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिन्दुओं की सहिष्णुता को कवरडाइस (बार और बेंच) के रूप में गलत नहीं समझा जाना चाहिए। उनके भाषण को ’एक्स’ आदि सहित मीडिया और सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से रिपोर्ट किया गया है। पत्र में चीफ जस्टिस से न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की मांग की गई है।
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(Udaipur Kiran) / रामानंद पांडे