ढाका, 09 दिसंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने सोमवार रात बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुखों के साथ मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा और उनकी सांस्कृतिक व धार्मिक सम्पत्तियों को नुकसान पहुंचाने की घटना को लेकर चिंता जताई है। हालांकि उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि बांग्लादेश सरकार अल्पसंख्यक समुदाओं की सुरक्षा को लेकर सकारात्मक और रचनात्मक रुख अपनाएगी।
भारत-बांग्लादेश विदेश कार्यालय परामर्श की इस बैठक में विदेश सचिव ने अंतरिम सरकार के सलाहकार डॉ मुहम्मद युनुस और विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मीडिया को एक वक्तव्य में विक्रम मिस्री ने कहा, वो अपने बांग्लादेशी समकक्ष मोहम्मद जशीमुद्दीन के निमंत्रण पर भारत और बांग्लादेश के बीच महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों के सभी मुद्दों पर चर्चा और परामर्श के लिए ढाका में हूं। उन्होंने कहा कि भारत बांग्लादेश के साथ सकारात्मक, रचनात्मक और पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंध चाहता है।
भारतीय विदेश सचिव ने आगे कहा कि बांग्लादेश में इस वर्ष अगस्त में हुए राजनीतिक परिवर्तन के बाद से दोनों देशों के नेतृत्व के बीच निश्चित रूप से सम्पर्क रहा है। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्य सलाहकार के पद ग्रहण करने पर सबसे पहले बधाई दी थी। तबसे लगातार हमारे बीच सम्पर्क कायम है और इसी क्रम में आज हुई चर्चा ने दोनों देशों को अपने संबंधों का जायजा लेने का अवसर दिया।
बतादें कि बांग्लादेश में हालिया राजनीतिक उथल-पुथल के बाद पहली उच्च स्तरीय बैठक में भारत और बांग्लादेश के विदेश सचिवों ने तनाव को कम करने की उम्मीद में ढाका में बातचीत की। बैठक में भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने अपने बांग्लादेशी समकक्ष मोहम्मद जशीमुद्दीन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय