West Bengal

ममता बनर्जी ने नदिया बागी विधायकों को शांत किया, कहा : महुआ मोइत्रा पर चर्चा बाद में

कोलकाता, 09 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को विधानसभा में नदिया जिले के छह बागी विधायकों को महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायतों पर फिलहाल इंतजार करने को कहा। इन विधायकों ने सांसद और नदिया के कृष्णानगर संगठनात्मक जिलाध्यक्ष महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की थी। ममता ने स्पष्ट किया कि इस मामले पर चर्चा नदिया जिले की विशेष बैठक में की जाएगी।

करिमपुर के विधायक बिमलेंदु सिंहराय, छपरा के विधायक रुकबानुर रहमान, नकासीपाड़ा के विधायक कल्लोल खां, पलाशीपाड़ा के विधायक और नियुक्ति घोटाले में जमानत पाए माणिक भट्टाचार्य, कृष्णानगर दक्षिण के विधायक उज्ज्वल विश्वास और कालिगंज के विधायक नसीरुद्दीन अहमद ने ममता को पत्र लिखकर महुआ के खिलाफ शिकायतें की थीं। आरोप था कि महुआ बिना विधायकों की जानकारी के ब्लॉक और क्षेत्रीय अध्यक्ष बदल रही हैं, उनके इलाकों का दौरा कर रही हैं और अल्पसंख्यक क्षेत्रों में विवादित तत्वों के साथ घूमकर विधायकों के विरोधियों को भड़कावा दे रही हैं।

महुआ समर्थकों ने इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि सांसद के रूप में महुआ को अपने लोकसभा क्षेत्र में कहीं भी जाने का अधिकार है।

ममता ने इन विधायकों को फिलहाल शांत रहने की सलाह दी और कहा कि महुआ के खिलाफ अभी कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब कृष्णानगर जिले को लेकर बैठक होगी, तब इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा होगी।

नदिया जिला, जिसे 2021 में तृणमूल ने दो संगठनात्मक हिस्सों -कृष्णानगर और रानाघाट में विभाजित किया था, पहले भी आंतरिक विवादों का गवाह रहा है। 2019 में लोकसभा चुनावों से पहले ममता ने नवान्न में बैठक कर विवाद सुलझाने की कोशिश की थी। हालांकि विभाजन के बाद विवाद कम हुए, लेकिन महुआ के खिलाफ ताजा आरोपों ने फिर से पार्टी में तनाव बढ़ा दिया है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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