Madhya Pradesh

इंदौरः विरोध के बीच दिलजीत दोसांझ का कंसर्ट, आयोजन स्थल पर डटे रहे बजरंग दल कार्यकर्ता

दिलजीत दोसांझ का कंसर्ट
दिलजीत दोसांझ का कंसर्ट

– मेरी टिकटें ब्लैक हो रही हैं तो इसमें मेरा क्या कसूर : दिलजीत दोसांझ

इंदौर, 8 दिसंबर (Udaipur Kiran) । इंदौर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के विरोध के बीच रविवार देर शाम अभिनेता और पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ का लाइव कंसर्ट हुआ। दिनभर विरोध के बाद शाम को भी बजरंग दल के कार्यकर्ता आयोजन स्थल के पास डटे रहे। प्रशासन ने रात 10 बजे तक आयोजन की अनुमति दी थी। तय समय पर कार्यक्रम खत्म होने के बाद बजरंग दल ने विरोध खत्म किया और मांग पूरी करने के लिए प्रशासन का आभार जताया।

दरअसल, बजरंग दल ने आरोप लगाया था कि इस आयोजन के जरिए शराबखोरी को बढ़ावा दिया जा रहा है। आयोजन स्थल पर शराब और मांस के स्टॉल लगाए गए हैं। हालांकि दोपहर में इन्हें हटा लिया गया था।

इससे पहले बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रविवार सुबह कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना दिया था। उन्होंने कार्यक्रम रद्द करने की मांग की थी। उनका आरोप था कि खुले परिसर में शराबखोरी और मांस परोसने के लिए स्टॉल लगे हुए हैं। शराबखोरी को बढ़ावा दिया जा रहा हैं। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।

इसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता दोपहर में फिर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने अंदर जाने की मांग की। हालांकि एडिशनल डीसीपी ने उन्हें रोक दिया था। बाद में उनके साथ आई लीगल टीम के मेंबर ने अंदर जाकर निरीक्षण किया। वहां से शराब कंपनियों और मांस आइटमों के स्टॉल हटा लिए थे। इंदौर के बाइपास स्थित सी-21 एस्टेट ग्राउंड पर दिलजीत का लाइव कंसर्ट का कार्यक्रम था।

इधर, कंसर्ट खत्म होने के बाद दिलजीत दोसांझ ने एक पर एक वीडियो शेयर किया। इसमें उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ चल रहा है कि मेरी टिकटें ब्लैक हो रही हैं। तो भाई मेरा कसूर थोड़ी है कि टिकटें ब्लैक हो रही हैं। अगर आप 10 रुपये की टिकट लेकर 100 रुपये में बेच दो तो उसमें कलाकार का क्या कसूर है।

दिलजीत ने कहा कि मुझे राहत इंदौरी जी का शेर याद आ गया। मेरे हुजरे में नहीं और कहीं पर रख दो.., आसमाँ लाए हो ले आओ ज़मीं पर रख दो। अब कहां ढूंढने जाओगे हमारे कातिल.., आप तो कत्ल का इल्जाम हमीं पर रख दो।

उन्होंने कहा कि मीडिया वालों जितने इल्जाम मुझ पर लगाने हो लगा लो। मुझे बदनामी का डर नहीं है। जब से भारत में सिनेमा है, 10 का 20 तब से चल रहा है। पहले सिंगर पर्दे के पीछे गाते थे और एक्टर मुंह हिलाते थे। अब गाने वाले आगे आ गए हैं, बस इतनी बात हुई। उन्होंने कहा- मुसीबतें तो आएगी। हम अपना काम करते जाएंगे। पहले बाहर के कलाकारों की टिकटें ब्लैक होती थी, अब भारतीय कलाकारों की टिकटें ब्लैक हो रही है। इसी को तो कहते हैं वोकल फॉर लोकल है।

पूर्व मंत्री उषा ठाकुर और भाजपा विधायक गोलू शुक्ला ने भी सिंगर दिलजीत दोसांझ के कंसर्ट का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि हम मां देवी अहिल्या का 300 वां जन्म शताब्दी वर्ष मना रहे हैं, ऐसे में इस तरह के आयोजन की अनुमति नहीं दी जाना चाहिए। हमारी संस्कृति के अनुरूप नहीं है। शराब पार्टी और नॉनवेज परोसना भारतीय संस्कृति के खिलाफ है।

(Udaipur Kiran) तोमर

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