सहारनपुर, 08 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं के नरसंहार के विरोध में जनपद में संतों के आह्वान पर हजारों की संख्या में हिन्दू समाज के लोग दिल्ली रोड स्थित साउथ सिटी के मैदान में एकत्रित हुए। नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट चौराहे तक पहुंचें। सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर यह विरोध प्रदर्शन समाप्त हुआ है ।
संतों ने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। माताओं और बहनों से दुष्कर्म हो रहा है। सरकारी सेवा में जो हिंदू कार्य कर रहे हैं उनसे जबरदस्ती इस्तीफा लिया जा रहा है। हिन्दुओं के घरों मे आग लगाई जा रही है और छोटे—छोटे बच्चों की नृशंस हत्याऐं की जा रही हैं। सिक्ख समुदाय से मुख्य ग्रंथी अमरपाल ने एकत्रित सनातन समाज को बोला कि बांग्लादेश में मजहब की आड़ में दहशतगर्दी फैलाने वाले लोग अत्याचार और दुष्कर्म की मर्यादायें लांघ रहे हैं। ऐसी पुनरावृत्ति हमारे भारत में ना हो इसके लिये हम सभी को एक होना पड़ेगा।
स्वामी दिपांकर महाराज ने बताया कि बांग्लादेश में हजारों कि संख्या में मकान जला दिये गये हैं। दुकानें लूट ली गई हैं और परिवार के परिवारों को मार दिया गया। उपस्थित जनसमूह को देखकर स्वामी ने कहा कि अब लग रहा है कि हिन्दू समाज संघटित हो रहा है और ये संगठन अब टूटने वाला नहीं है। उन्होंने ये भी बताया कि बांग्लादेश में जो हो रहा है वो एक युद्ध की ही स्थिति है।
रविदास पंथी संत राजकुमार ने कहा कि उसूलों पर आ जाए तो टकराना जरुरी है, जिंदा है तो जिंदा नजर आना जरुरी है। उन्होंने भगवान रविदास की सीख पर चलकर सभी को एक रहने का आह्वान किया। स्वामी राघवेंद्र और अनूप मुनि ने आह्वान किया कि बांग्लादेश मे गैर मुस्लिम समाज के नरसंहार के विरोध में सनातन समाज के आक्रोश की चर्चा संयुक्त राष्ट्र तक हो और बांग्लादेश की आक्रांता सरकार को हटाने के लिये विश्व समुदाय कदम उठाये ।
इस अवसर पर पंडित प्रगीत कौशिक, ए.के. जैन, संत बंटी दास, सुभाष बापू, सुंदरानंद आदि संतों ने उपस्थित रहकर अपने विचार रखे और हिन्दू समाज से संगठित रहने का आह्वान किया।
(Udaipur Kiran) / MOHAN TYAGI