स्वयं करके सीखने एवं हैंड ऑन प्रेक्टिस को मिलेगा बढ़ावा
गुरुग्राम, 8 दिसंबर (Udaipur Kiran) । जिले में एसटीईएम शिक्षा को बढ़ावा देने और युवा शिक्षार्थियों को सशक्त बनाने के मिशन के साथ सोहना ब्लॉक के 20 सरकारी स्कूलों में 6,000 छात्रों को स्टेम डीआईवाई किट का वितरण किया गया। साइंस, टेक्नोलॉजी अंग्रेजी एवं गणित (स्टेम) डीआईवाई (डू इट योरसेल्फ) किट का उपयोग निर्धारित सिद्धांत घटक के पूरक के रूप में कक्षा कक्ष या टिंकरिंग- लैब या विज्ञान प्रयोगशाला या घर में संसाधन के रूप में छात्रों द्वारा किया जा सकता है।
स्टेम डीआईवाई किट के वितरण का प्रोग्राम सोहना ब्लॉक के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेड़ली लाला सरकारी स्कूल में आयोजित किया गया। किट में कक्षा छठी, सातवीं एवं आठवीं के छात्रों के लिए विज्ञान से संबंधित उपकरण पाठ्यक्रम के अनुसार दिए गए हैं। ये किट यूनाइटेड वे ऑफ दिल्ली कंपनी द्वारा सभी छात्रों को प्रदान की गई। मुख्य अतिथि निपुण हरियाणा मिशन के नोडल अधिकारी मनोज कुमार लाकड़ा ने कक्षा छठी से आठवीं के करीब छह हजार छात्रों को ये स्टेम किट का वितरण किया। मनोज कुमार लाकड़ा ने अपने अनुभवों को छात्रों के बीच सांझा करते हुए बताया कि ये स्टेम किट बच्चों में सीखने की क्षमता, विज्ञान प्रयोग करने, नवाचार करने, इंटरैक्टिव करने, आकर्षक और व्यावहारिक बनाती हैं।
छात्रों में जिज्ञासा और नवीनता को बढ़ाने के उद्देश्य से यूनाइटेड वे ऑफ दिल्ली कंपनी की इस अनोखी पहल में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित राष्ट्रीय अवॉर्डी शिक्षक एवं निपुण नोडल अधिकारी मनोज कुमार लाकड़ा उपस्थित रहे।निपुण हरियाणा मिशन के नोडल अधिकारी मनोज कुमार लाकड़ा ने सरकारी स्कूल के छात्रों के लिए शैक्षिक अवसरों को बढ़ाने में यूनाइटेड वे ऑफ दिल्ली कंपनी के प्रयासों और प्रतिबद्धता की भरपूर सराहना की।
सरकारी स्कूल खेड़ली लाला के प्रिंसिपल लक्ष्मीचंद की देखरेख में, विज्ञान शिक्षिका अंजू (रसायन विज्ञान), प्राध्यापक महेश (गणित), और संदीप वशिष्ठ (गणित) के समर्पित प्रयासों से इस पहल के स्वागत किया। यूनाइटेड वे ऑफ दिल्ली कंपनी के मैनेजर सुशील कुमार ने बताया कि एसटीईएम डीआईवाई किट से छात्रों में रचनात्मकता को प्रेरित करने, एसटीईएम विषय की अवधारणाओं और दैनिक जीवन में उनके अनुप्रयोग की समझ को बढ़ाने के लिए ये उपकरण डिज़ाइन किए गए हैं। यह पहल एसटीईएम संसाधनों और शैक्षिक सामग्री के अंतर को पाटने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जो छात्रों को समाज में नई खोज करने, नवाचार करने और सार्थक योगदान देने के लिए सशक्त बनाती है।
(Udaipur Kiran) हरियाणा