Uttrakhand

उत्तराखंड एसडीआरएफ की सफलता की कहानी, अब जागरूकता अभियान को धार देने की तैयारी

एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय जॉलीग्रांट में मासिक बैठक करते सेनानायक अर्पण यदुवंशी।

-मासिक मीटिंग में जनजागरूकता एवं प्रशिक्षण को और गति देने पर जोर देहरादून, 07 दिसंबर (Udaipur Kiran) । एसडीआरएफ सेनानायक अर्पण यदुवंशी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय जॉलीग्रांट में मासिक बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से आवासीय, भोजन व्यवस्था, उपकरणों की स्थिति और अन्य समस्याओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की। सेनानायक ने इन समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, राज्यभर में एसडीआरएफ भवनों के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए समय पर प्रभावी पैरवी करने के निर्देश दिए।अर्पण यदुवंशी ने चारधाम यात्रा के दौरान एसडीआरएफ कर्मियों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ की टीमों ने यात्रा मार्गों पर 5000 से अधिक श्रद्धालुओं को प्राथमिक चिकित्सा दी, 1500 से ज्यादा श्रद्धालुओं को स्ट्रेचर के माध्यम से अस्पताल भेजा और 600 से अधिक श्रद्धालुओं को त्वरित ऑक्सीजन सहायता दी। इसके अलावा नदी किनारे और ग्लेशियर में फंसे 40 लोगों तथा विभिन्न ट्रेक पर फंसे 20 श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया। सेनानायक ने कहा कि अब जब चारधाम यात्रा समाप्त हो चुकी है, राज्यभर में आपदा से बचाव के लिए जनजागरूकता अभियानों को और तेज किया जाएगा। इस वर्ष अब तक 20,000 से अधिक लोगों को जागरूक किया गया है। उन्होंने बताया कि 2024 में एसडीआरएफ ने लगभग 950 रेस्क्यू ऑपरेशनों के माध्यम से 32,000 से अधिक लोगों को बचाया है और 430 मृत शवों को जिला पुलिस और परिजनों के सुपुर्द किया है। बैठक में उपसेनानायक स्वपन किशोर सिंह, शुभांक रतूड़ी, क्वार्टर मास्टर राजीव रावत, इंस्पेक्टर प्रमोद रावत, कवीन्द्र सजवाण, जगदम्बा प्रसाद सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण

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