जयपुर, 4 दिसंबर (Udaipur Kiran) । प्रदेशभर में होने वाली सफाई कर्मचारी भर्ती परीक्षा लम्बे जद्दोजहद के बाद आखिर रद्द कर दी गई है। इस भर्ती परीक्षा को लेकर कई आरोप-प्रत्यारोप लगाने के साथ ही विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन सहित आंदोलन किए गए। इसके बाद सरकार ने इसे रद्द करने का फैसला लिया है। राजस्थान सरकार ने 23 हजार 820 पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकली थी। यह परीक्षा 9 दिसम्बर को होनी थी। सात दिन तक चले धरना प्रदर्शन के बाद सरकार ने जयपुर में होने वाली सफाई कर्मचारी भर्ती परीक्षा को हाल ही में स्थगित कर दिया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान में 13 नगर निगम , 36 नगर परिषद और 169 नगर पालिका बोर्ड या नगर पंचायत हैं। इस प्रकार राजस्थान में कुल 218 नगर पालिकाएं या शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) हैं। इन सभी में 23 हजार से अधिक पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती होनी थी। सफाई कर्मचारियों की कमी से लगातार प्रदेश के शहर स्वच्छता रैंकिग में पिछड़ते जा रहे थे। स्वच्छता रैंकिग में सुधार के लिए सफाई कर्मचारी भर्ती के साथ संसाधन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। लेकिन सफाई कर्मचारी भर्ती परीक्षा के रद्द होने से शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार आने की बजाय खराब होगी और इससे प्रदेश के शहरों की स्वच्छता रैंकिग में और गिरावट आ सकती है।
-संविदा पर रखे जा सकते सफाई कर्मचारी
सफाई कर्मचारी भर्ती को लेकर लगातार हो रहे प्रदर्शन और विरोधभास के बाद परीक्षा रद्द करने के बाद अब सरकार संविदा पर सफाई कर्मचारी रख सकती है। अखिल भारतीय मजदूर कांग्रेस प्रदेश शाखा ने प्रदेशभर में हो रही सफाई कर्मचारी भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग की थी। कांग्रेस ने इस भर्ती में भ्रष्टाचार की बात कहते हुए सफाई कर्मचारियों की संविदा पर भर्ती करने की बात कहीं थी। वहीं सफाई कर्मचारियों ने संगठनों ने भी विभिन्न मांगों को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन किया था।
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष किशन लाल जैदिया ने बताया कि नगर निकायों में चल रही भर्ती प्रक्रिया में पूरी तरह से भ्रष्टाचार हावी हो रहा है। सरकार को सफाई कर्मचारियों की भर्ती संविदा पर करनी चाहिए।
वाल्मीकि समाज विकास संस्थान के अध्यक्ष दीपक डंडोरिया ने कहा कि राजस्थान सरकार ने 23 हजार 820 पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकली थी। इसके लिए 27 नवंबर की शाम तक आवेदन लेने के बाद 9 दिसम्बर को परीक्षा होनी थी। इस भर्ती परीक्षा में वाल्मीकि समाज पर कुठाराघात हो रहा था उनको अनुभव प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा रहा था। भर्ती का लगातार सफाई कर्मचारी विरोध कर रहे थे। अब सरकार ने इसे रद्द कर दिया है।
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(Udaipur Kiran) / राजेश