Jammu & Kashmir

सकीना इत्तू ने बेसहारा समुदाय की जरूरतों को पूरा करने में एनजीओ की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की

जम्मू 04 दिसंबर (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा, समाज कल्याण और शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने जम्मू क्षेत्र में सक्रिय विभिन्न सरकारी वित्त पोशित गैर सरकारी संगठनों के प्रदर्शन और कामकाज की समीक्षा हेतु एक बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में आयुक्त सचिव समाज कल्याण विभाग शीतल नंदा, निदेशक समाज कल्याण जम्मू रूपेश कुमार, निदेशक वित्त एसडब्ल्यूडी, एसडब्ल्यूडी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, संबंधित जिलों के डीएसडब्ल्यूओ, रेड क्रॉस होम, एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेज ऑफ इंडिया, बेसहारा बच्चों के लिए बालग्राना चैरिटेबल होम, समाज कल्याण केंद्र, लुईस ब्रेल मेमोरियल आवासीय स्कूल, वेद मंदिर, भारतीय लोक संगीत कला संस्थान, हरि कृष्ण फूड लाइफ ट्रस्ट, उधमपुर, होम फॉर एजेड एंड इनफर्म, कठुआ और केयर फॉर यू, पुंछ जैसे गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

बैठक के दौरान मंत्री ने जमीनी स्तर पर इन सरकारी वित्त पोषित गैर सरकारी संगठनों के प्रभाव का व्यापक मूल्यांकन किया और अपने संबंधित क्षेत्रों में संचालन के दौरान इन गैर सरकारी संगठनों के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी चर्चा की।

बैठक में वृद्ध व्यक्तियों, दिव्यांग बच्चों, निराश्रित बच्चों के साथ-साथ आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और अनाथ बच्चों सहित समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों के कल्याण में सुधार के लिए सरकार और गैर सरकारी संगठनों के बीच सहयोग बढ़ाने की रणनीतियों पर भी विचार-विमर्श किया गया।

बैठक के दौरान मंत्री ने सरकारी अनुदान प्राप्त करने वाले गैर सरकारी संगठनों के कामकाज में पारदर्शिता, जवाबदेही और दक्षता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सख्त निगरानी पर जोर दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि धन का उपयोग योग्य व्यक्तियों और बच्चों की सेवा के लिए उचित और प्रभावी ढंग से हो।

उन्होंने कहा सरकार द्वारा वित्त पोषित एनजीओ निराश्रित समुदाय की जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और यह आवश्यक है कि वे अधिकतम जवाबदेही के साथ काम करें। उन्हें समाज में अपने प्रभाव को अधिकतम करने के लिए धन और संसाधनों का उचित उपयोग सुनिश्चित करना चाहिए। हमारा उद्देश्य जमीनी स्तर पर सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद के साथ इन संगठनों को सशक्त बनाना है।

मंत्री ने गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारियों से भी इन गैर सरकारी संगठनों के स्कूलों में प्रवेश पाने वाले छात्रों के कौशल पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया ताकि वे भविष्य के लिए रोजगार योग्य बन सकें। उन्होंने इन संस्थानों में प्रदान की जा रही सेवाओं और सुविधाओं के बारे में लोगों के बीच अधिकतम जागरूकता पैदा करने का भी आह्वान किया ताकि परिवार अपने बच्चों को इन स्कूलों में दाखिला दिलाने में संकोच न करें।

सकीना इत्तू ने आयुक्त सचिव को सरकारी दिशानिर्देशों और विनियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए इन गैर सरकारी संगठनों की गतिविधियों की नियमित निगरानी और मूल्यांकन करने का निर्देश दिया। उन्होंने एनजीओ प्रतिनिधियों से अपने संबंधित संगठनों की मासिक प्रगति और गतिविधि रिपोर्ट निदेशक को प्रस्तुत करने को भी कहा।

(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी

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