Uttrakhand

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में जंगल सफारी का रोमांच, कोटद्वार बनेगा प्रकृति प्रेमियों का नया ठिकाना

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में चीता।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में हिरण।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में हाथी।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण।

– पाखरो रेंज में बाघ, तेंदुए और दुर्लभ पक्षियों के साथ प्रकृति का अनोखा अनुभव- कोटद्वार पर्यटन की नई संभावनाएं, पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा

देहरादून, 04 दिसंबर (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड का कोटद्वार अब सिर्फ प्रवेश द्वार नहीं, बल्कि जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के पाखरो रेंज में रोमांचक जंगल सफारी और बर्ड वॉचिंग का नया केंद्र बनता जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने स्थानीय युवाओं के साथ जंगल सफारी का आयोजन कर न केवल क्षेत्र की जैव विविधता को नजदीक से दिखाया, बल्कि इसे पर्यटकों के लिए एक विशेष आकर्षण बनाने की पहल की। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता और स्थानीय रोजगार के नए अवसर पैदा करने का अनूठा प्रयास था।

इस रोमांचक सफारी का उद्देश्य कोटद्वार और उसके आसपास के इलाकों में बसे जंगलों की सुंदरता और संभावनाओं को दुनिया के सामने लाना था। ऋतु खण्डूडी भूषण ने सफारी के दौरान प्रतिभागियों को बताया कि जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का 75% हिस्सा पौड़ी गढ़वाल में स्थित है, जहां दुर्लभ वन्यजीव और पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर से मात्र चार घंटे की दूरी पर स्थित कोटद्वार पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थान है। जंगल सफारी, बर्ड वॉचिंग और यहां की हरियाली पर्यटकों को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान कर सकती हैं।

वन्यजीवों और पक्षियों की दुर्लभ झलकसफारी के दौरान बच्चों और युवाओं को बाघ, तेंदुआ, हाथी, भालू, और हिरण जैसे वन्यजीवों की रोमांचक कहानियां सुनने और देखने का मौका मिला। उन्होंने पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियों जैसे हॉर्नबिल, ईगल और पैराकीट्स को करीब से देखा। प्रतिभागियों ने प्रकृति के साथ गहरे जुड़ाव का अनुभव किया।

युवाओं की भागीदारी और उत्साहसफारी में शामिल रक्षित सिंघल, नितिन दिवाकर, ईशा, अंजलि बिष्ट, प्रेरणा रावत, संदीप, साक्षी नेगी और शिखा गौड़ जैसे युवाओं ने इसे अपने जीवन का अनमोल अनुभव बताया। उन्होंने कहा कि यह सफारी हमें अपने क्षेत्र के पर्यावरणीय महत्व को समझने और इसे संरक्षित करने की प्रेरणा देती है। हम इसे जागरूकता और पर्यटन के बढ़ावे के लिए और लोगों तक पहुंचाएंगे।

पर्यटन का नया केंद्रइस अवसर पर ऋतु खण्डूडी ने कहा कि कोटद्वार पाखरो रेंज के माध्यम से उत्तराखंड में पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की क्षमता रखता है। जंगल सफारी के अलावा बर्ड वॉचिंग और ट्रैकिंग जैसे विकल्प यहां के स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे।

स्थानीय धरोहर को विश्व पटल पर लाने की पहलयह आयोजन न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने का प्रयास था, बल्कि कोटद्वार की अनमोल धरोहर को विश्व पटल पर लाने का भी एक सशक्त माध्यम था। इस तरह की पहलें स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेंगी और क्षेत्र को नई पहचान दिलाएंगी।

आगामी योजनाएंविधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आने वाले समय में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन नियमित रूप से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को पर्यटन उद्योग में शामिल कर रोजगार के अवसरों का विस्तार करना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है। कोटद्वार को पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाना हमारी प्रतिबद्धता है।

अविस्मरणीय अनुभव का संदेशइस जंगल सफारी ने युवाओं और स्थानीय लोगों को एकजुट कर यह संदेश दिया कि प्रकृति के साथ जुड़ाव केवल आनंद का स्रोत नहीं, बल्कि संरक्षण और सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।

कोटद्वार : रोमांच और प्रकृति का संगमजंगल सफारी और बर्ड वॉचिंग जैसे आयोजनों के माध्यम से कोटद्वार निश्चित रूप से प्रकृति प्रेमियों और रोमांच के शौकीनों के लिए एक पसंदीदा स्थान बन रहा है।

(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण

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