Gujarat

अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर दृष्टिहीन व्यक्तियों ने मुख्यमंत्री से प्रत्यक्ष भेंट की

राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ, ने साेमवार काे गांधीनगर में स्पेशल रिक्रूटमेंट ड्राइव से भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने की घोषणा पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का सम्मान किया

-राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ ने स्पेशल रिक्रूटमेंट ड्राइव से भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने की घोषणा पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का सम्मान किया

अहमदाबाद, 03 दिसंबर (Udaipur Kiran) । अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के उपलक्ष्य में मंगलवार को राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ (नेशनल फेडरेशन ऑफ द ब्लाइंड यानी एनएफबी) की गुजरात शाखा के लगभग 10 दृष्टिहीन व्यक्तियों ने गांधीनगर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से भेंट की। उल्लेखनीय है कि दिव्यांगों को समाज की मुख्य धारा में आगे बढ़ाने एवं उनके प्रति लोगों का दृष्टिकोण बदलने के उम्दा भाव के साथ हर वर्ष 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस मनाया जाता है।

संयुक्त राष्ट्र संघ (यूनो) द्वारा वर्ष 2024 के अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस की थीम ‘समाविष्ट एवं टिकाऊ भविष्य के लिए दिव्यांग व्यक्तियों के नेतृत्व को अधिक विस्तृत बनाना’ रखी गई है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के दृष्टिवान एवं संवेदनापूर्ण नेतृत्व में राज्य सरकार ने इस थीम के अनुरूप एक दृष्टिकोण अपनाया है। मुख्यमंत्री के इस दृष्टिकोण के अनुसार आगामी वर्षों में राज्य सरकार की सेवाओं में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए स्पेशल रिक्रूटमेंट ड्राइव (विशेष भर्ती अभियान) चला कर नियमानुसार समग्रतः लगभग 21 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल द्वारा दर्शाई गई इस संवेदना के लिए एनएफबी की गुजरात शाखा के दृष्टिहीन व्यक्तियों ने गांधीनगर में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर मुख्यमंत्री से प्रत्यक्ष भेंट की तथा उनका सम्मान किया एवं आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर एनएफबी की गुजरात शाखा के अध्यक्ष, महासचिव व पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे। यहां उल्लेख करना आवश्यक है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शारीरिक या मानसिक रूप से निर्बल व्यक्ति के प्रति संवेदना दिखाते हुए विकलांग व्यक्तियों को ‘दिव्यांग’ जैसा सम्मानजनक नाम दिया है। वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने संसद में दिव्यांगजनों के अधिकारों के लिए ‘दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016’ भी पारित किया है और दिव्यांगजनों को सुरक्षा प्रदान की जाती है। इतना ही नहीं, केन्द्र व राज्य सरकार ने दिव्यांगों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं।

—————

(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय

Most Popular

To Top