उत्तरांचल विश्वविद्यालय देहरादून के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए राज्यपालराज्यपाल ने मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक व अन्य को सौंपीं उपाधियां
देहरादून, 3 दिसंबर (से.नि.)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने कहा कि आज राष्ट्र की आवश्यकता अनुसंधान और नवाचार है। प्राचीन काल से हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। सभी छात्रों को अपने भीतर की शक्ति को पहचानना है और अपनी शिक्षा को उत्कृष्टता तक पहुंचाना है।राज्यपाल मंगलवार को उत्तरांचल विश्वविद्यालय देहरादून के दीक्षांत समारोह काे संबाेधित कर रहे थे। इस समाराेह में राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक, पीएचडी और स्नातक स्नातकोत्तर उपाधियां साैंपी। इस माैके पर छात्र-छात्राओं को बधाई व उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते राज्यपाल ने कहा कि आज का युवा बहुत ही शिक्षित है और जोश में है। राष्ट्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए युवा तैयार हो रहा है और यह इस देश के लिए भी टर्निंग पॉइन्ट है। राज्यपाल ने सभी छात्र-छात्राओं से समय की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए नई तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मेटावर्स और रोबोटिक्स की दिशा में विशेष फोकस करने और अपनी शिक्षा को विशेषज्ञता के स्तर तक ले जाने की बात कही है। राज्यपाल ने सभी छात्र-छात्राओं से नशे से दूर रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति, सभ्यता, ग्रंथ, वेद और पुराण ज्ञान के भंडार हैं। अपनी संस्कृति से जुड़े रहकर हमें अपने लक्ष्यों को हासिल करना है।
राज्यपाल ने कहा कि हमें सिर्फ अपने सपनों को पूरा करने के बजाय राष्ट्र, समाज और परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए स्वयं को तैयार करना है। उन्होंने कहा कि सीखना जीवंत पर्यन्त प्रक्रिया है। हमें लगातार खुद को अपडेट करते रहना है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 21 वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। इस दिशा में उत्तराखण्ड लगातार प्रगति कर रहा है। राज्यपाल ने मेडल पाने वालों में छात्राओं की संख्या 70 प्रतिशत से अधिक होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज का युग महिलाओं के लिए है। उत्तराखंड की बेटियां,पूरे विश्व में अलग हैं। उनकी कार्यक्षमता और सहनशीलता अलग ही स्तर की है।
आज लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं: मंत्री धन सिंह रावत
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने पदक पाने वालों में लड़कियों की संख्या अधिक होने पर उन्होंने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि आज लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। राज्य सरकार भी शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न प्रयास कर रही है। राज्य सरकार शीघ्र ही फैकल्टी शेयरिंग की दिशा में कार्य करने जा रही है। इसके लिए विश्वविद्यालयों से एमओयू किए जाएंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विश्वविद्यालयों में ऑफलाइन-ऑनलाइन शिक्षा के लिए हाइब्रिड मोड पर शुरू करने की तैयारी कर रही है।
इस अवसर पर विधायक सहदेव पुंडीर, उत्तरांचल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जितेंद्र जोशी, कुलपति प्रो. धर्मबुद्धि एवं विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार