लखनऊ, 03 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । किसी भी प्रतिभाशाली छात्र-छात्रा के आगे बढ़ने की राह में संसाधनों की कमी बाधा नहीं बनेगी। केंद्र व प्रदेश सरकार युवाओं का भविष्य संवारने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है। आने वाला समय छात्रों के लिए तरक्की के नए द्वार खोलेगा। उनके सपनों को पंख लगेंगे जिससे कि वो ऊंची उड़ान भर सकें। ये बातें समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने लखनऊ स्थित केडी सिंह बाबू स्टेडियम में चल रही सर्वोदय विद्यालयों की तीन दिवसीय राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के समापन अवसर पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहीं।
समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि असीम अरुण ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में खेलकूद को मुख्य एक्टिविटी बनाया गया है। यानी जितना पढ़ना जरूरी है उतना ही खुद को फिट रखते हुए शारीरिक और सांस्कृतिक रूप से विकसित करना भी है। सर्वोदय विद्यालयों के बच्चों का मुकाबला किसी अन्य जनपद और राज्य से नहीं, बल्कि विश्व के दूसरे देशों के बच्चों से है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को विश्व गुरु बनाने का जो संकल्प लिया है। उसे देश के युवा और बच्चे ही साकार कर सकते हैं।
पहली बार आयोजित हुई सर्वोदय विद्यालयों की राज्यस्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के बाद अब राज्यस्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन होगा। प्रत्येक विद्यालय के 11 और 12 वीं के बच्चों के लिये प्रतियोगी परीक्षा के लिये कोचिंग की व्यवस्था की जा रही है। अधिकांश स्कूलों में यह कोचिंग स्थापित भी हो चुकी हैं। सर्वाेदय विद्यालयों के लिये सभी प्रकार के संसाधनों को उपलब्ध कराया जा रहा है।समापन समारोह के अति विशिष्ट अतिथि राज्य मंत्री, समाज कल्याण संजीव कुमार गोंड ने सर्वोदय विद्यालयों में गरीब बच्चों के लिये दी जा रही शिक्षा व खेल सुविधा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह बच्चे जिला, मंडल और आज राज्य स्तर पर खेलने आए हैं आने वाले दिनों में यह बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर भी पहुंचेगें। विशिष्ट अतिथि प्रमुख सचिव समाज कल्याण विभाग डा. हरिओम ने कहा कि खिलाड़ी और आर्टिस्ट कभी भी अपराधी नहीं होते। उनके अंदर टीम का नेतृत्व करने की क्षमता विकसित होती है। इस अवसर पर समाज कल्याण निदेशक कुमार प्रशांत, ज्वांइट डायरेक्टर सुनील कुमार बिसेन,आर के सिंह एवं अरुण कुमार पाण्डेय, उपनिदेशक जे0राम व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय