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(संशाेधित) पुस्तक ‘लहू बाेलता भी है’  के अंग्रेजी संस्करण का विमाेचन 5  को करेंगे उपमुख्यमंत्री

पुस्तक के लेखक सैय्यद शाहनवाज अहमद कादरी।

हिन्दी और उर्दू मेें पहले ही प्रकाशित हाे चुकी है पुस्तक ‘लहू बोलता भी है’

हैदराबाद, 2 दिसंबर (Udaipur Kiran) । भारत की स्वतंत्रता संग्राम में मुसलमानों की भूमिका को रेखांकित करने वाली पुस्तक ‘लहू बोलता भी है’ एक बार फिर चर्चा में है। प्रख्यात समाजवादी विचारक सैय्यद शाहनवाज अहमद कादरी की इस पुस्तक के अंग्रेजी संस्करण का विमोचन 5 दिसंबर को हैदराबाद में तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क मल्लू करेंगे। इस पुस्तक का हिन्दी और उर्दू संस्करण का पहले ही प्रकाशन हो चुका है।

इस पुस्तक के संबंध में लेखक सैय्यद शाहनवाज अहमद कादरी ने बताया कि देश के आजादी के संग्राम का इतिहास लिखने में मुस्लिम देशभक्तों काे नजरअंदाज किया गया। हमारी इस पुस्तक के माध्यम से पिछले तमाम पूर्वाग्रहों और विकृतियों से दूर रहकर देश की आजादी में मुस्लिमों के योगदान और उनकी कुर्बानियाें काे सामने लाने का प्रयास किया गया है। उन्हाेंने कहा कि देश की आजादी का इतिहास लिखने वालों ने मुस्लिम देशभक्ताें के योगदान को छिपाया। इसके पीछे उनकी सोच उनकी सोची समझी साजिश थी। इस पुस्तक के माध्यम से पूरे देश के हर कोने से आजादी के संग्राम में अपनी कुर्बानी देने वाले तमाम ज्ञात और अज्ञात मुस्लिम देशभक्तों के नाम सामने लाने की कोशिश की गई। इस पुस्तक ‘लहू बोलता भीहै’के पहले हिन्दी संस्करण में 1233 मुस्लिम देशभक्ताें के नाम शामिल किए गए थे, जिनमें 40 महिलाओं

के भी नाम शामिल थे। इसके बाद इस पुस्तक के उर्दू संस्करण में आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले 1748 मुस्लिम देशभक्ताें

, जिसमें 41 महिलाओं के नाम शामिल किए गए हैं। कादरी ने बताया कि इस पुस्तक का अंग्रेजी संस्करण तैयार है, जिसमें देशभर के 2426

मुस्लिम देशभक्तों के नाम और उनकी कुर्बानियां संग्रहित की गई हैं, जिनमें 51 महिलाओं के भी नाम शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में आजादी की लड़ाई के समय दक्षिण भारत के मुस्लिम देशभक्तों के आंदोलनों और उनके कारनामों का व्यापक तरीके से उल्लेख किया गया है। इसके लिए बड़े पैमाने पर तमाम पुस्तकों और सरकारी गजटों का अध्ययन और शोध किया गया। इसमें मुस्लिम देशभक्तों के नाम और कारमानों के साथ अंग्रेज सरकार की यातनाओं और उनके आर्थिक दंड आदि का भी जिक्र आकर्षक व सुलभ शैली में लिखा गया है।

उन्होंने बताया कि इस पुस्तक के अंग्रेजी संस्करण का विमाेचन 5 दिसंबर को हैदराबाद में लकड़ीकापुल रोड पर स्थित रवीन्द्र भारती ऑडिटोरियम में राज्य के उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क मल्लू करेंगे। इस कार्यक्रम में के साथ राज्य के राजस्व मंत्री पी.श्रीनिवास रेड्डी, सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार मंत्री श्रीधर बाबू, पर्यावरण एवं वन और बंदोबस्ती की मंत्री कोंडा सुरेखा, परिवहन और बीसी कल्याण विभाग के मंत्री पोन्नम प्रभाकर, सांसद आर रघुराम रेड्डी और तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के रूप में बी महेश कुमार गौड़ शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद मौलाना उबैद उल्लाह आजमी, प्रख्यात समाजवादी चिंतक व लेखक रघु ठाकुर, राज्यसभा सदस्य जावेद अली खान, इतिहासविद् व लेखकर सैय्यद नसीर अहमद, समाजसेवी डॉ सुरेश खैरनार, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता मोहम्मद इरशाद अहमद और पीएमएफ के फाउंडर व अध्यक्ष सिराजुन रहमान प्रमुख होंगे।

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(Udaipur Kiran)

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