कानपुर, 27 नवम्बर (Udaipur Kiran) । जलकल विभाग कानपुर में कार्यरत महिला से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले का मुकदमा लगभग दो वर्ष बाद, ग्वालटोली थाने में न्यायालय के आदेश पर दर्ज किया गया है। अपर पुलिस उपायुक्त महेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
न्यायालय के आदेश पर महिला के आरोपों के अनुसार संयुक्त सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष सुनील सुमन, लोक जनशक्ति पार्टी के जिलाध्यक्ष किशन सिंह समेत आठ लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म समेत गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।
पीड़िता पति के निधन के बाद जलकल विभाग में मृतक आश्रित पर नौकरी करती है। जहां उसकी मुलाकात सुनील सुमन से हुई। सुनील जलकल विभाग के संयुक्त सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष हैं। उसने आरोप लगाया कि सुनील कई बार उसे अकेला पाकर जबरदस्ती का प्रयास किया था। इसकी शिकायत कई बार पुलिस से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वर्ष 2022 में होलिका दहन की रात वह ग्वालटोली निवासी सुनील के रिश्तेदार व लोक जनशक्ति पार्टी के जिलाध्यक्ष किशन सिंह के पास गई। जहां किशन ने बहाने से उसे रोक लिया। इसी बीच सुनील सुमन अपने एक अन्य साथी संजय के साथ पहुंचे। सुनील ने उससे गाली-गलौज कर धमकी दी। तीनों ने उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। संजय और किशन ने उसकी अश्लील वीडियो भी बना ली। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद वह थाने पहुंची। थाने में मौजूद दरोगा ने भी मदद नहीं की और गाली-गलौज कर भगा दिया। थाने में सुनवाई न होने पर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि अश्लील वीडियो की धमकी देकर उससे एक लाख से अधिक रुपए भी वसूला है।
(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल