भागलपुर, 27 नवंबर (Udaipur Kiran) । बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ चक्रपाणि हिमांशु ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर गुजरात के सूरत में गैस सिलेंडर में लगी आग से कहलगांव के महादलित परिवार से तीन मजदूरों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। साथ ही साथ उन्होंने गंभीर रूप से घायल चार मजदूरों का इलाज एवं मृतक के परिजन को 5-5 लाख रुपया मुआवजा देने की अपील बिहार सरकार से की है।
डॉक्टर चक्रपाणि हिमांशु ने श्रम अधीक्षक निखिल कुमार से बात कर कहा कि श्रम संसाधन विभाग से मृतक एवं घायल की जांच करा कर उचित मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार मजदूरों का पलायन रोकने में असक्षम साबित हुई है। बिहार में रोजगार नहीं मिलने के कारण लोग दूसरे राज्य जाते हैं। यहां तक की अधिक संख्या में बाल श्रमिक दूसरे राज्य जाकर मजदूरी कर रहे हैं। बिहार सरकार अविलंब बाल श्रमिक एवं श्रमिकों के पक्ष में उचित कदम उठाए। जिससे पलायन पर रोक लगे एवं बिहार में रोजगार मिल सके। बिहार में मजदूरों को मिलने वाली योजना हवा – हवाई है। मनरेगा योजना लूट योजना बन गई है। सरकार मजदूरों के हित को देखते हुए युद्ध स्तर पर मजदूरों का रजिस्ट्रेशन श्रम संसाधन विभाग में कराये।
(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर