देहरादून, 26 नवंबर (Udaipur Kiran) । यूपीसीएल की 120वीं निदेशक मंडल की बैठक मुख्य सचिव एवं यूपीसीएल अध्यक्ष राधा रतूडी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में यूपीसीएल के मुख्य एजेंडा बिंदुओं पर चर्चा की गई और यूपीसीएल अध्यक्ष ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में विभिन्न क्षेत्रों में हुई अभूतपूर्व प्रगति के लिए यूपीसीएल टीम की सराहना की। सचिव (ऊर्जा) ने बिलिंग दक्षता, संग्रहण दक्षता में सुधार एवं एटीएंडसी हानियों में कमी के लिए यूपीसीएल के प्रयासों की सराहना की। स्वतंत्र निदेशक वीपी पांडेय ने वित्तीय प्रबंधन और इनोवेटिव पावर पर्चेज स्ट्रेटजी के कारण हुए सुधारों के लिए यूपीसीएल को सराहा।यूपीसीएल प्रबंध निदेशक ने बताया कि आगामी वर्षों में यूपीसीएल प्रदेश भर में विद्युत वितरण क्षेत्र को और सुदृढ़ करेगा, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर और विश्वसनीय बिजली आपूर्ति मिल सकेगी।
मुख्य उपलब्धियांपावर पर्चेज रणनीति में सुधार : यूपीसीएल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 22% कम दर पर शार्ट-टर्म मार्केट से सस्ती बिजली खरीदी, जिससे उपभोक्ताओं को कम दरों पर बिजली आपूर्ति मिल पाई।पावर पर्चेज दरों में कमी : यूपीसीएल द्वारा शार्ट-टर्म पावर पर्चेज की औसत दर में कमी के कारण ओवरऑल पावर पर्चेज रेट 5.48 रुपये प्रति यूनिट से घटकर 5.32 रुपये प्रति यूनिट हुआ।राजस्व वृद्धि : यूपीसीएल ने 2023-24 में 1093.82 करोड़ रुपये (12.79%) अधिक राजस्व अर्जित किया, जो अब तक का सबसे अधिक राजस्व है।बिलिंग दक्षता में सुधार : यूपीसीएल की बिलिंग दक्षता 86.11% तक पहुंची, जो पिछले वर्ष से 0.49% अधिक है।संग्रहण दक्षता में वृद्धि : यूपीसीएल ने संग्रहण दक्षता को 99.14 प्रतिशत तक बढ़ाया, जो पिछले वर्ष से 0.15 प्रतिशत अधिक है।एटीएंडसी हानियों में कमी : यूपीसीएल ने एटीएंडसी हानियों को 15.25 प्रतिशत से घटाकर 14.64 प्रतिशत किया।वित्तीय प्रबंधन में सुधार : यूपीसीएल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में बिजली दरों के अंतर को 88 प्रतिशत कम किया, जो 0.78 रुपये प्रति यूनिट से घटकर 0.09 रुपये प्रति यूनिट हो गया।
(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण