नाहन, 26 नवंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश सहकारी दुग्ध उत्पादन प्रसंघ समिति (मिल्कफेड) इकाई नाहन के सौजन्य से राष्ट्रीय दुग्ध दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर तकनीकी अधीक्षक देवांश जायसवाल ने डॉ. वर्गिस कुरियन के योगदान को रेखांकित करते हुए उनके डेयरी क्षेत्र में किए गए प्रयासों को स्मरण किया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने बताया कि डॉ. वर्गिस कुरियन जिन्हें श्वेत क्रांति का जनक माना जाता है, के जन्मदिन पर हर वर्ष 26 नवंबर को यह दिवस मनाया जाता है। 1970 में उनके नेतृत्व में शुरू हुए ऑपरेशन फ्लड प्रोग्राम ने भारत को दुग्ध उत्पादन में विश्व का अग्रणी देश बना दिया।
डॉ. कुरियन के प्रयासों से भारत में दुग्ध उत्पादन 22.2 मिलियन टन से बढ़कर विश्व में शीर्ष स्थान पर पहुंच गया। वर्तमान में भारत में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दुग्ध उपलब्धता 459 ग्राम है, जोकि विश्व औसत 322 ग्राम से अधिक है। हिमाचल प्रदेश में यह उपलब्धता और भी अधिक, 595 ग्राम है।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर