अजमेर, 26 नवम्बर (Udaipur Kiran) । राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद भालेराव ने कहा कि महिला उद्यमिता एवं सशक्तीकरण कार्यक्रम महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय हमेशा से ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाले पहलुओं के लिए प्रतिबद्ध रहा है। प्रो आनंद भालेराव राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में 25 से 29 नवंबर 2024 तक आयोजित समावेशी विकास के लिए महिला उद्यमिता एवं सशक्तीकरण विषय पर पांच दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों में उद्यमिता कौशल को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम के पहले दिन एनआईटीटीटी भोपाल से विशेषज्ञ के रूप में आमंत्रित डॉ. निशीथ दुबे ने प्रतिभागियों के साथ सफल महिला उद्यमियों के उदाहरण साझा किए और लक्ष्य निर्धारण के महत्व पर चर्चा की। इसी कड़ी में आमंत्रित डॉ. अंजना तिवारी ने उद्यमिता की अवधारणा और महिला उद्यमियों के सामने आने वाली सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और मनोवैज्ञानिक चुनौतियों को विस्तार से समझाया। उन्होंने महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए सुधारात्मक उपायों पर भी जोर दिया। आयोजन के दौरान प्रतिभागियों के लिए समूह कार्य और व्यावहारिक अभ्यास भी आयोजित किए गए जिससे उन्हें उद्यमिता के व्यावहारिक पहलुओं को समझने का अवसर मिला। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कर रही स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर की डीन, प्रोफेसर रितु बी राय ने महिलाओं के भीतर पहले से मौजूद उद्यमिता गुणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनकर सशक्त होने की दिशा में कार्य करना चाहिए। इस कार्यक्रम का समन्वय डॉ. नरेंद्र कुमार, डॉ. शैज़ी अहमद, डॉ. रुचि मलिक और डॉ. सुखमंदर सिंह द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम का समापन आभार प्रस्ताव के साथ हुआ, जिसमें कुलपति प्रो. आनंद भालेराव और एनआईटीटीटीआर के निदेशक को धन्यवाद दिया गया।
(Udaipur Kiran) / संतोष