भाजपा मुख्यालय पर आयोजित हुई संविधान दिवस पर गाेष्ठी
देहरादून, 26 नवंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान दिवस की घोषणा कर इसे जनसहभागिता से जोड़ने का काम किया है, जबकि पहले की पूर्ववर्ती सरकारों में संविधान दिवस को मात्र कानून दिवस की औपचारिकता तक सीमित रखा।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार मंगलवार को बलबीर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय पर संविधान दिवस पर आयोजित एक विचार गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। गोष्ठी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भारत रत्न बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश बाबा साहेब के सपनों के स्वर्णिम युग में आगे बढ़ रहा है। पूर्ववर्ती कई सरकारों ने इस महत्वपूर्ण दिवस को मात्र कानून दिवस की औपचारिकता पूरी कर इस उपलब्धि को जनता के बीच पहुंचने से रोका। प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान दिवस की घोषणा कर लोगों में जागरुकता फैलाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने लोकसभा चुनाव के दौरान संविधान बदलने का झूठा नैरेटिव फैलाया। हमें इस तरह विपक्षी नैरेटिव को पूरी तरह समाप्त करना है।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी संविधान दिवस की घोषणा करना, हम सबके लिए सम्मान की बात है। पिछली सरकारों ने बाबा साहेब के विचारों को दबाने और उनकी पहचान को समाप्त करने का काम किया।
प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने कहा कि संविधान समाप्त करने का काम कांग्रेस ने किया है। देश में आपातकाल लगाया, संविधान की मूल प्रस्तावना को बदला। राजपुर विधायक खजान दास ने कहा कि संविधान निर्माण दिवस को लेकर जनमानस में संवेदना, महत्व और जागरुकता स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया। गोष्ठी की अध्यक्षता भाजपा अनुसूचित मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष समीर आर्य ने की।
इस मौके पर विधायक भरत चौधरी,खजान दास, सविता कपूर,प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी,प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश कोली,अनुसूचित मोर्चे प्रदेश अध्यक्ष समीर आर्य,प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान,दायित्वधारी डॉ. देवेंद्र भसीन,विनोद उनियाल,मुफ्ती शमून काजमी,केदार जोशी,विनय रुहेला,कुसुम कंडवाल,शादाब शम्स अनिल गोयल समेत बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी और वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार