Madhya Pradesh

मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लंदन में दो दिनों में विभिन्न कार्यक्रमों में हुए शामिल

महात्मा गांधी की प्रतिमा पर जाकर भावभीनी पुष्पांजलि अर्पित

– निवेशकों और भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसदों से की मुलाकात, मप्र में निवेश की संभावनाओं से कराया अवगत

भोपाल, 25 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2025 को “उद्योग एवं रोजगार वर्ष” घोषित किया है। इस पहल के तहत, द्विवार्षिक प्रमुख कार्यक्रम, “इन्वेस्ट मध्य प्रदेश – ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025”, फरवरी 2025 में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित की जाएगी। इस आयोजन को बढ़ावा देने और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेश के अवसरों पर इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। पूरे राज्य में सफल क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलनों और मुंबई, कोयंबटूर, बेंगलुरु और कोलकाता सहित देश भर के प्रमुख शहरों में संवादात्मक-सत्रों के बाद, मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए यूनाइटेड किंगडम और जर्मनी की छह दिवसीय यात्रा शुरू की है। इस यात्रा का उद्देश्य लोकल लीडर और इन्वेस्टर्स के साथ सहयोग को बढ़ावा देते हुए नवकरणीय ऊर्जा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक वाहन, शिक्षा और खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में मध्य प्रदेश की अपार संभावनाओं को प्रदर्शित करना है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव इन दिनों यूके के दौरे पर हैं। उनके साथ मध्य प्रदेश की एक उच्च स्तरीय टीम भी यूके पहुंची थी, जिसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय दुबे, औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह, जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े और एमपी औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक चंद्रमौली शुक्ला शामिल हैं। यह दल रविवार की रात लंदन पहुंचा था।

पहले दिन लंदन पहुंचने पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी और प्रवासी भारतीयों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में ब्रिटेन से अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा शुरू करना सौभाग्य की बात है। मैं इस यात्रा को प्रभावशाली बनाने में उनके मार्गदर्शन और समर्थन के लिए उच्चायोग टीम को धन्यवाद देता हूं।

दूसरे दिन सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों, ब्रिटिश संसद के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और किंग्स क्रॉस जैसी प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का दौरा किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यूके यात्रा ब्रिटिश संसद में एक प्रतिष्ठित स्वागत समारोह के साथ एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर साबित हो रही है, जिसमें मध्य प्रदेश और यूनाइटेड किंगडम के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी पर प्रकाश डाला गया। भारत (व्यापार और निवेश) पर सर्वदलीय संसदीय समूह की अध्यक्ष बैरोनेस वर्मा ने मुख्यमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल का वेस्टमिंस्टर में स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्य प्रदेश और यूनाइटेड किंगडम के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के बारे में बैरोनेस वर्मा के साथ उपयोगी चर्चा की।

इस यात्रा में ऐतिहासिक संसद भवन का व्यापक दौरा शामिल था, जिसमें हाउस ऑफ लॉर्ड्स और हाउस ऑफ कॉमन्स दोनों में विशेष पहुँच थी। यह संसदीय यात्रा दोनों देशों द्वारा साझा किए गए गहरे लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक है और व्यापार और निवेश में भविष्य के सहयोग के लिए एक सकारात्मक स्वर स्थापित करती है। ब्रिटिश संसद में प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति व्यापक भारत-ब्रिटेन साझेदारी को मजबूत करने में राज्य स्तरीय कूटनीतिक महत्व को रेखांकित करती है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वेस्टमिंस्टर के पार्लियामेंट स्क्वायर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर जाकर भावभीनी पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, भारत भर में हमारे रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को जबरदस्त सफलता मिली है, ग्लोबल इन्वेस्टर्स ने मध्य प्रदेश के विकास में गहरी रुचि दिखाई है। इसे सुविधाजनक बनाने के लिए, मैं अंतर को पाटने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए एक सुगम मार्ग बनाने के लिए समर्पित हूं। हम अपने दृष्टिकोण को महात्मा गांधी के सभी के लिए एकता और प्रगति के आदर्शों के साथ जोड़ते हैं।

मध्य प्रदेश सरकार ने एक विशिष्ट दोपहर के भोजन की मेजबानी की, जहां मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विकास और स्थिरता के लिए राज्य के दृष्टिकोण को साझा किया। उन्होंने भारत की नवकरणीय ऊर्जा क्रांति में अपने नेतृत्व पर जोर देते हुए हरित ऊर्जा के लिए मध्य प्रदेश की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। व्यापार करने में आसानी पर ध्यान केंद्रित करते हुए, राज्य विकास के लिए अनुकूल माहौल बना रहा है, जो पर्यटन, कृषि-व्यवसाय और कृषि-तकनीक जैसे क्षेत्रों में अद्वितीय अवसर प्रदान करता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह भी साझा किया मध्यप्रदेश भारत के विकास में सबसे आगे है, जो कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाओं के साथ सतत विकास को जोड़ता है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दोपहर के भोजन के बाद लंदन में किंग्स क्रॉस स्टेशन का दौरा किया, जो एक प्रसिद्ध रेलवे हब है, जो अपनी ऐतिहासिक वास्तुकला और आधुनिक परिवहन के लिए जाना जाता है। हैरी पॉटर फिल्मों से प्लेटफ़ॉर्म 9¾ के रूप में प्रसिद्ध यह स्टेशन लंदन सेंट पैनक्रास और यूरोस्टार सहित प्रमुख मार्गों के लिए एक प्रमुख कनेक्शन बिंदु के रूप में कार्य करता है। वर्ष 1852 में निर्मित, किंग्स क्रॉस एक बड़ा ब्रिटिश रेल्वे सेन्टर है जिसका वर्ष 2012 में रेनोवेशन किया गया है। यह स्मार्ट परिवहन और बिल्डिंग टेक्नोलॉजी का उदाहरण है। यह स्टेशन यूरोप के कई प्रमुख शहरों को जोड़ता है।

इस यात्रा में मध्य प्रदेश के लिए संभावित लाभों पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे शहरों में आधुनिक परिवहन नेटवर्क और यात्री सुविधाओं के विकास के लिए प्रेरणा शामिल है। विविध परिवहन प्रणालियों को एकीकृत करने और वाणिज्यिक केंद्र विकसित करने की भी संभावना है। यह यात्रा किंग्स क्रॉस स्टेशन से प्रेरित होकर मध्य प्रदेश के लिए उन्नत शहरी विकास रणनीतियों को अपनाने के अवसरों को रेखांकित करती है।

यू.के. में भारतीय प्रवासियों और फ्रेंडस ऑफ एमपी के साथ हुआ संवाद

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यूके में भारतीय प्रवासियों और फ्रेन्डस ऑफ एमपी के साथ संवाद कर मध्यप्रदेश में सतत विकास के लिए निवेश और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार के दृष्टिकोण और पहलों को रेखांकित किया। उन्होंने फरवरी 2025 में भोपाल में होने वाले आगामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए मध्यप्रदेश में भागीदार देश के रूप में शामिल होने के लिए यूनाइटेड किंगडम को हार्दिक निमंत्रण भी दिया। यह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा, जो निवेश और नवाचार के लिए राज्य की विशाल क्षमता को प्रदर्शित करेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रमुख निवेशकों, नीति निर्माताओं, भारतीय प्रवासियों के सदस्यों और भारतीय उच्चायोग को भी आमंत्रित किया। उन्होंने मध्यप्रदेश को ब्रिटिश व्यवसायों के लिए एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 को बढ़ावा देने के लिए भारतीय उच्चायोग से समर्थन की अपेक्षा की।

ब्रिटेन में तीन दिनों तक विभिन्न संवादात्मक इन्टरैक्टिव सेशन वन-टू-वन बैठकों और उद्योग दौरों के बाद, मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधिमंडल 27 नवंबर को म्यूनिख और स्टटगार्ट का दौरा करते हुए जर्मनी जाएगा। इस यात्रा के साथ, मध्यप्रदेश सरकार सार्थक साझेदारी के माध्यम से औद्योगिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। अंतर्राष्ट्रीय हितधारकों के साथ जुड़कर, राज्य का लक्ष्य नवाचार और व्यापार के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करना है, जो “विकसित भारत – विकसित मध्य प्रदेश” के दृष्टिकोण के साथ समाहित है।

(Udaipur Kiran) तोमर

Most Popular

To Top