— दो बैंक मैनेजर व एक दारोगा सहित चार लोगों पर पहले भी महिला दर्ज करा चुकी है मुकदमा
कानपुर, 25 नवंबर (Udaipur Kiran) । पुलिस आयुक्त कार्यालय में अमूमन पीड़ितों की भीड़ रहती है, लेकिन सोमवार को शहर में ही तैनात एक दारोगा पीड़ित बनकर पहुंच गया। कुछ देर में उसकी पत्नी भी पीड़िता बनकर पहुंची। दोनों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाये और मीडिया के सामने भी आरोपों की झड़ी लगी। मामला बेहद गंभीर होने के चलते अपर पुलिस आयुक्त ने जांच के आदेश दे दिये।
कानपुर कमिश्नरेट के ग्वालटोली थाना में तैनात दारोगा आदित्य कुमार लोचन पर बुलंदशहर निवासी महिला ने आरोप लगाते हुए अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंदर से लिखित शिकायत की कि पति आदित्य मानसिक और शारीरिक शोषण के साथ उनकी निजी तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रचलित कर रहा है। महिला के अनुसार दारोगा आदित्य कुमार लोचन का अनेकों महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध है और वह ऐसी महिलाओं को चिन्हित करता है जो पहले से किसी प्रकार से समाज में शोषण का शिकार हुई हों। उन्होंने यह भी बताया कि दरोगा ने उनसे कहा है कि मेरी पहुंच बहुत ऊपर तक है तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि यहां उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वह मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के पास भी शिकायत लेकर जाएंगी।
वहीं मौके पर मौजूद दरोगा ने भी अपना पक्ष रखते हुए बताया कि महिला के साथ उसकी शादी हो चुकी है, लेकिन शादी के वक्त उन्हें जानकारी नहीं थी कि महिला पहले से शादीशुदा है और अपने मायका क्षेत्र के थाने में तैनात एक दरोगा समेत दो बैंक मैनेजर से उनका शारीरिक शोषण का मुकदमा भी चल रहा है। दारोगा आदित्य ने अपने पक्ष में सभी दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए कहा कि महिला का पूर्व में उनके घर के सामने स्थित थाने के दरोगा से भी विवाह हो चुका है जिसमें उनके ऊपर भी जबरन शारीरिक शोषण का आरोप लगा कर मुकदमा दर्ज करवाया गया था। उसके पश्चात बुलंदशहर के ही दो बैंकों के मैनेजर आशीष राज और अमित गुप्ता के ऊपर भी महिला ने पूर्व में शारीरिक शोषण का मुकदमा दर्ज कराया है। इसके अलावा एक और व्यक्ति है जिसके ऊपर मुकदमा दर्ज है। दरोगा आदित्य ने हिन्दू रीति रिवाज के तहत हुए अपने शादी के कागजात समेत अनेकों साक्ष्य भी मीडिया के समक्ष रखते हुए कहा कि यह महिला आदतन इसी प्रकार लोगों को फंसा कर शारीरिक शोषण का मुकदमा दर्ज करवाती है और फिर उनसे पैसे का लेनदेन कर अपनी बात से मुकर जाती है। इसके अकाउंट में करोड़ों रुपया है और यह रुपया कहां से आया, इसकी जांच होनी चाहिये। सही से जांच होगी तो इसके द्वारा पीड़ित मुझ सहित अन्य चार लोगों को भी न्याय मिल जाएगा। स्टाफ ऑफिसर (कानपुर कमिश्नरेट)अमिता सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मामला संज्ञान में आया है इसकी उचित जांच करवा कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / अजय सिंह