कोलकाता, 25 नवंबर (Udaipur Kiran) । कोयला घोटाले में आरोपित विकास मिश्रा को सोमवार को एक अन्य पोक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम के तहत दर्ज मामले में पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। अलीपुर स्थित पोक्सो अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज करते हुए 28 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया। कोलकाता पुलिस ने रविवार को विकास मिश्रा को एक नाबालिग के उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद उन्हें रविवार को अवकाशकालीन न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया था, जिन्होंने एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। सोमवार को उन्हें पोक्सो अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें पुलिस हिरासत में भेजा गया।
विकास मिश्रा पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित कोयला घोटाले में भी आरोपित हैं। उन्हें 2021 में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। कोयला घोटाले का मामला पश्चिम बर्दवान जिले के आसनसोल स्थित विशेष सीबीआई अदालत में लंबित है।
विकास मिश्रा के बड़े भाई विनय मिश्रा कोयला घोटाले के मुख्य आरोपित हैं और फिलहाल फरार हैं। अधिकारियों का मानना है कि विनय मिश्रा ने भारत की नागरिकता छोड़ दी है और अब वानअतु द्वीप में रह रहे हैं।
पोक्सो अदालत ने विकास मिश्रा को 28 नवंबर को फिर से पेश करने का निर्देश दिया है। इस दौरान पुलिस हिरासत के दौरान की गई जांच और प्राप्त साक्ष्यों को अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
विकास मिश्रा की गिरफ्तारी से कोयला घोटाले की जांच पर भी असर पड़ सकता है। सीबीआई इस मामले में कई अन्य आरोपितों के खिलाफ पहले ही आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है, जिसमें सरकारी अधिकारियों और अन्य प्रमुख लोगों के नाम शामिल हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर