चित्तौड़गढ़, 24 नवंबर (Udaipur Kiran) । उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद अब उनके पुत्र विश्वराज सिंह मेवाड़ की तिलक रस्म चित्तौड़ दुर्ग स्थित फतह प्रकाश महल के प्रांगण में होने वाली है। इस ऐतिहासिक पल में कुछ समय ही शेष हैं। वहीं तिलक को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उदयपुर से भी प्रतिनिधि पहुंचे और तैयारियों का जायजा लिया है। इस दौरान चित्तौड़गढ़ के अलावा संभाग के कई जिलों से भी प्रतिनिधि पहुंचे हैं।
जानकारी में सामने आया कि विश्वराजसिंह मेवाड़ इस गद्दी पर बैठने वाले एकलिंगनाथजी के 77वें दीवान होंगे। करीब 500 वर्ष बाद चित्तौड़ दुर्ग तिलक का साक्षी होगा। चित्तौड़ दुर्ग पर विश्वराज सिंह के तिलक की परंपरा होनी है। आयोजन की तैयारियां देख रहे पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर ने बताया कि फतह प्रकाश महल प्रांगण के यहां करीब 10 हजार ज्यादा लोगों के बैठने की व्यवस्था की है। इस समारोह में कई राजघरानाओं के मुखिया भी आएंगे। वहीं, कार्यक्रम की शुरुआत हवन, यज्ञ से की जाएगी। उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराजसिंह मेवाड़ का गद्दी पर बैठाने (तिलक रस्म) का दस्तूर 25 नवंबर को होगा। यहां सोमवार सुबह दुर्ग स्थित फतह प्रकाश महल में 493 साल बाद तिलक की रस्म का आयोजन होने जा रहा है। इस आयोजन की तैयारियों को लेकर लोगों के चितौड़गढ़ पहुंचने का क्रम शुरु हो चुका है। यहां तिलक रस्म में सोमवार सुबह शुरुवात के हवन, यज्ञ होगा। बाद में विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ आएंगे, उसके बाद ही सुबह पहले तिलक की रस्म की जाएगी। इसके लिए फतह प्रकाश महल प्रांगण में काफी तैयारियां की जा रही है। यहां आबे वाले मेहमानों के बैठने की व्यवस्था की गई है। यहां यज्ञ के बाद गद्दी पर बैठ कर अपनी बरसों से चली आ रही परंपरा निभाएंगे। इसके बाद वे पगड़ी धारण करेंगे। इधर, रविवार शाम तक फतहप्रकाश महल प्रांगण में तैयारियां चलती रही। वहीं दोपहर में चित्तौड़गढ़ पुलिस उप अधीक्षक विनय चौधरी, कोतवाली थाना प्रभारी संजय स्वामी मय जाप्ते के दुर्ग पर पहुंचे। यहां तैयारियों का जायजा लिया। विशेष तौर पर यातयात की व्यवस्थाओं को देखा, जिससे कि जाम की स्थिति नहीं हो। आयोजन स्थल का भी पुलिस अधिकारियों ने अवलोकन किया है।
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(Udaipur Kiran) / अखिल