पटना, 23 नवम्बर (Udaipur Kiran) । पटना जीपीओ के स्वर्णिम एवं गौरवशाली इतिहास में आज बिहार के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल अनिल कुमार ने एक और अध्याय जोड़ते हुए “कॉपर टिकट की प्रतिरूप” का लोकार्पण किया। यह प्रतिरूप ताम्र टिकटके 250 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में लोकार्पित किया गया।
इस अवसर पर कुमार ने कहा कि 31 मार्च, 1774 को तत्कालीन पोस्ट मास्टर जनरल थॉमस इवांस और तत्कालीन डिप्टी पोस्ट मास्टर जनरल चार्ल्स ग्रीम की अगुआई में पोस्ट ऑफिस रेगुलेशन एक्ट, 1774 के अनुसार डाक शुल्क के अग्रिम अदायगी के लिए एक और दो आना मूल्यवर्ग में सिक्के के आकार के ताम्र टिकट ढाले गये, जिस पर ‘पटना पोस्ट’टंकित था। इन टिकटों को ‘अजीमाबाद एकन्नी’ और ‘अजीमाबाद दुअन्नी’ के नाम से भी जाना जाता था। दो आना के टिकट के अग्र भाग पर ‘पटना पोस्ट दो आना’ और पृष्ठ भाग पर फारसी में ‘अजीमाबाद डाक दो अनी’ प्रदर्शित था। इन टिकटों को उनके जारी होने के 11 साल बाद सितम्बर 1785 ई. में अंततः वापस ले लिया गया। यह अनूठा प्रयोग ग्रेट ब्रिटेन में यूनिफार्मपेनी डाक और पेनी ब्लैक की शुरुआत से 55 साल पहले हुआ था।
मीडिया से संबोधन में कुमार ने बताया कि बिहार परिमंडल 2024 को कॉपर टिकट की 250वीं सालगिरह के रूप में मना रहा है। इसी साल 31 मार्च को एक ‘विशेष आवरण’ एवं 21 नवम्बर को एक ‘माई स्टाम्प’ जारी किया गया था। यह बिहार के प्रत्येक निवासी के लिए गर्व और खुशी की बात है कि इस गौरवशाली इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय कॉपर टिकट की प्रतिरूप के रूप में जुड़ गया है।
(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी