जोधपुर, 23 नवम्बर (Udaipur Kiran) । राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बेगराज खोथ की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में राजस्थान के विभिन्न जिलों से प्रतिनिधि शामिल हुए।
कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष परसराम तिवाड़ी ने बताय ाकि बैठक में राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के 17 व 18 जनवरी को आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन को लेकर चर्चा की गई। सम्मेलन के संयोजक राम लुभाया तिन्ना, उपसंयोजक उग्रसेन सहारन, सम्मेलन सचिव ओमप्रकाश नांदीवाल, उपसचिव रणजीत गोदारा को नियुक्त किया गया। बैठक में अनूपगढ़ जिले में महिला शिक्षक के साथ मारपीट एवं अभद्र व्यवहार की थाने में रिपोर्ट होने के बावजूद भी कार्रवाई न होना, इसी प्रकार पूरे प्रदेश में लोक सेवकों के साथ समाज कंटकों, प्रभावशाली लोगों द्वारा राजनीतिक संरक्षण में प्रताडि़त करने पर निंदा की गई।
तमाम कर्मचारी संगठनों एवं महासंघ से अपील करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पदों की लोलुपता को छोडक़र फूट और बिखराव को समेट कर आत्म सम्मान को बचाना होगा। लोक सेवकों के आत्म गौरव, आत्म सम्मान से ही समाज को रचनात्मक दिशा मिलेगी। बैठक में ओपीएस को यथावत रखने, स्थाई स्थानांतरण नीति बनाने, शैक्षिक गुणवत्ता के लिए कार्य योजना, शैक्षिक सम्मेलन को अन्य छुट्टियों के साथ न करने, प्रत्येक शिक्षक के लिए सम्मेलन की उपस्थिति या विद्यालय खोलने की अनिवार्यता की जाने, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती करने, 2007 के प्रबोधकों को वेतन विसंगति, एनटीटी टीचर्स को शिक्षक के समान वेतनमान देने, महात्मा गांधी विद्यालयों में नियुक्त संविदा कर्मियों को स्थाई करने और भविष्य में संविदा के स्थान पर स्थाई नियुक्तियां करने, विद्यालयों में कुक कम हेल्पर आंगनवाड़ी कार्मिक का मानदेय बढ़ाने, नियमित पदोन्नति, स्टाफिंग पैटर्न के अनुसार नियमित पदों का सृजन, रिक्त पदों पर नियमित भर्ती, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में हिंदी व अंग्रेजी के व्याख्याता के पद सृजित करने, शिक्षकों को गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्ति देने, प्रत्येक ब्लॉक पर शिक्षक समस्या समाधान शिविर लगाने संबंधी बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया।
बैठक को बेगराज खोथ, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामनिवास पाराशर,जोगिंदर मोठसरा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सरक्षक गिरीश शर्मा मुख्य महामंत्री हरिकिशन यादव, राममूर्ति स्वामी, राम लुभाया तिन्ना, रघुनंदन शर्मा महामंत्री मुख्यालय प्रमोद गुप्ता, अखिलेश शर्मा, शिशपाल आर्य, राजाराम स्वामी, नरेंद्र पूनिया, आकाशदीप बिश्नोई, मुकेश सारस्वत, हरिराम खिलेरी, नारायण मेघवाल, नरेंद्र बरनावा ने विचार व्यक्त किए।
(Udaipur Kiran) / सतीश