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एनसीसी कल मनाएगा अपना 76वां स्थापना दिवस, रक्षा सचिव ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर बलिदानियों को दी श्रद्धांजलि

नई दिल्लीः शनिवार को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, इंडिया गेट पर पूरे एनसीसी समुदाय की ओर से शहीद नायकों को पुष्पांजलि अर्पित करते रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह

नई दिल्ली, 23 नवंबर (Udaipur Kiran) । वर्ष 1948 में स्थापित दुनिया का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) 24 नवंबर को पारंपरिक उत्साह के साथ अपना 76वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस उपलक्ष्य में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने आज यहां राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, इंडिया गेट पर पूरे एनसीसी समुदाय की ओर से अमर बलिदानियों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर रक्षा सचिव ने कहा कि एनसीसी ने कैडेटों की संख्या तीन लाख तक बढ़ाने में सराहनीय प्रयास किए हैं और आने वाले वर्षों में यह संख्या 20 लाख तक पहुंच जाएगी। उन्होंने केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण पहल, विकसित भारत अभियान में एनसीसी की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एनसीसी ‘युवा शक्ति – विकसित भारत’ के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए वर्तमान युवाओं को भावी जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में अपने अथक प्रयास जारी रखे हुए है।

इस 76वें स्थापना दिवस पर कैडेट विभिन्न शहरों में मार्च पास्ट में भाग ले रहे हैं और विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। परंपरा के अनुसार पूरे भारत में एनसीसी दिवस मनाया जा रहा है और पूरे देश में ‘रक्तदान शिविर’ आयोजित किए जा रहे हैं। इस वर्ष रक्तदान की मात्रा पिछले वर्ष के 50,000 यूनिट रक्त दान के आंकड़े को पार करने की संभावना है। इसके अलावा पौधरोपण अभियान, प्रतिमाओं की सफाई, स्वच्छता ही सेवा और नशा मुक्ति अभियान आदि जैसे विभिन्न सामाजिक गतिविधियों और सांस्कृतिक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

एनसीसी के विस्तार के लक्ष्य के अलावा एनसीसी कैडेटों के पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण को भी कौशल मंथन, आई4सी (साइबर जागरुकता), विचार और नवाचार, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ प्रशिक्षण जैसी विभिन्न सरकारी पहलों के अनुरूप एक विशिष्ट उद्देश्य और वांछित परिणाम के लिए संशोधित किया गया है। पाठ्यक्रम में यह बदलाव कैडेटों के चरित्र और आत्मविश्वास का निर्माण करके उन्हें आत्मविश्वासी बनाने के उद्देश्य से किया गया है जो ‘विकसित भारत’ की ओर ले जाएगा।

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(Udaipur Kiran) / दधिबल यादव

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