-गोगुन्दा आत्महत्या कांड
उदयपुर, 22 नवंबर (Udaipur Kiran) । उदयपुर के गोगुन्दा में दो चचेरी बहनों द्वारा एक साथ विषाक्त सेवन कर आत्महत्या कर लेने के मामलों में लगातार हो रहे खुलासों ने सभी को चौंका दिया है। विभिन्न समाजों ने इस घटना को गंभीर बताते हुए लव जिहाद और नाबालिग जिहाद की आशंका जताते हुए तह तक जांच की मांग के साथ यह भी चिंता जताई है कि सैंकड़ों-हजारों किलोमीटर दूर से अब इस तरह की साजिश का माध्यम सोशल मीडिया बन रहा है, ऐसे में अभिभावक बच्चों द्वारा यूज किए जा रहे सोशल मीडिया माध्यमों पर जागरूकता रखें।
राजस्थान के उदयपुर जिले के गोगुन्दा क्षेत्र के जसवंतगढ़ में दो नाबालिग चचेरी बहनों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या की जांच से शुरू हुई इस मामले की जांच में ज्यों-ज्यों तथ्य सामने आते गए, त्यों-त्यों न केवल परिवारजनों में बल्कि पूरा क्षेत्र चौंकता गया।
गौरतलब है कि दोनों बहनें, जिनकी उम्र क्रमशः 17 और 19 वर्ष थी, ने संदिग्ध परिस्थितियों में जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी। उनका शव उनके घर के पास मिला, और मौके पर ही यह स्पष्ट हुआ कि यह आत्महत्या का मामला था। प्रारंभिक जांच में उनके पास से मिली डायरी और किताबों में कुरान की आयतें और उनके असली नामों की जगह ‘मुस्कान’ और ‘अनीसा’ जैसे नाम लिखे होने की बात सामने आने पर जांच अधिकारियों को भी चौंका दिया। ऐसे में अब पुलिस ने इसे धर्मांतरण और नाबालिगों को प्रभावित करने की संभावित साजिश से जोड़कर जांच शुरू की है।
पुलिस ने जांच के दौरान शाहबाज नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया, जो इस पूरे मामले का मुख्य संदिग्ध बताया जा रहा है। उत्तरप्रदेश के हापुड़ जिले के हाफिजपुर में रहने वाले शाहबाज पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया के माध्यम से दोनों लड़कियों को प्रभावित किया और उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए उकसाने का प्रयास किया। सोशल मीडिया अकाउंट पर आपत्तिजनक बातचीत का रिकॉर्ड भी मिला है।
इसके साथ ही, पुलिस को शाहबाज के बैंक खातों में उन 32,000 रुपये के ट्रांजेक्शन के सबूत मिले हैं, जो लड़कियों के घर से चोरी हुए थे। इस वित्तीय लेन-देन को भी आत्महत्या से जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस ने शाहबाज के कॉल रिकॉर्ड्स और सोशल मीडिया चैट्स को खंगालना शुरू कर दिया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि लड़कियों को किस प्रकार प्रभावित किया गया। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि वह इन दो के अलावा भी कितनों को इस साजिश का शिकार बना रहा था। संभावना यह भी जताई जा रही है कि इस साजिश में शाहबाज अकेला नहीं होकर पूरा रैकेट हो।
मृतक लड़कियों के परिवार ने इसे ‘लव जिहाद’ और धर्मांतरण से जुड़ा मामला बताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। परिवार का कहना है कि दोनों लड़कियां पढ़ाई और धार्मिक गतिविधियों में रुचि रखती थीं, लेकिन हाल ही में उनके व्यवहार में बदलाव देखने को मिला था।
इसके साथ ही, विभिन्न समाज संगठनों ने घटना की तह तक जांच की मांग करते हुए इसे नाबालिगों को निशाना बनाकर की जाने वाली साजिश का हिस्सा बताया है। संगठनों ने इसे ‘नाबालिग जिहाद’ की संज्ञा देते हुए इसे गंभीर मामला करार दिया है। लोग इस बात से चिंतित हैं कि किस प्रकार नाबालिग लड़कियों को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रभावित कर, उनके विश्वास और भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। इस मामले ने महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा को लेकर समाज चिंतित है।
विश्व हिन्दू परिषद के महानगर अध्यक्ष सुशील मूंदड़ा ने मामले में लव जिहाद, धर्मांतरण, नाबालिग जिहाद की आशंका जताते हुए राजस्थान पुलिस से उत्तरप्रदेश की पुलिस के साथ जुड़कर जांच की मांग की है। साथ ही, उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की है कि वे बच्चों के सोशल मीडिया अकाउंट पर पूरी तरह नजर बनाए रखने का प्रयास करें।
इधर, पुलिस प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित की है और इस घटना को संवेदनशील करार दिया है। संबंधित गोगुन्दा थानाक्षेत्र के थानाधिकारी शैतान सिंह नाथावत का कहना है कि सभी एंगल से जांच की जा रही है और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / सुनीता