नई दिल्ली, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने मीडिया रिपोर्ट पर स्वतः संज्ञान लिया है कि 7 से 11 नवंबर के बीच बिहार के पटना के पटेल नगर इलाके में मानसिक रूप से बीमार और निराश्रित महिलाओं के आश्रय गृह में रहने वाली 13 महिलाएं बीमार पड़ गईं और तीन की संदिग्ध खाद्य विषाक्तता के कारण मृत्यु हो गई।
रिपोर्ट के अनुसार रात का खाना खाने के बाद इन महिलाओं ने उल्टी और दस्त की शिकायत की। उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) में भर्ती कराया गया। आश्रय गृह को कथित तौर पर बिहार सरकार के विकलांग व्यक्तियों के सशक्तीकरण निदेशालय द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।
आयोग ने पाया है कि आश्रय गृह के अधिकारी इन महिलाओं को उचित देखभाल प्रदान करने के लिए जिम्मेदार हैं। बिहार सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट में पीड़ितों के स्वास्थ्य की स्थिति शामिल होने की उम्मीद है।
मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार 14 नवंबर को आश्रय गृह के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पाया कि वहां रहने वाले लोग अस्वच्छ परिस्थितियों में रह रहे थे। शेल्टर होम में भोजन बनाने में भी उचित स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा जा रहा था।
आयोग ने पूछा है कि क्या प्रशासन द्वारा पीड़ितों या उनके परिवारों को कोई मुआवजा दिया गया है। मुख्य सचिव से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए क्या कदम उठाए गए या प्रस्तावित किए गए हैं, इस पर भी जानकारी मांगी है।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा