Uttrakhand

ज्योतिर्मठ में येलो और ग्रीन कैटेगरी के आवासीय भवनों को अस्थाई मरम्मत की मिली अनुमति

गोपेश्वर, 21 नवम्बर (Udaipur Kiran) । आपदा प्रभावित क्षेत्र ज्योतिर्मठ के ग्रीन और येलो केटेगरी के आवासीय भवनों की अस्थाई मरम्मत की अनुमति दे दी गई है। जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने इसके आदेश जारी किए हैं। भवनों की अस्थाई मरम्मत की अनुमति सर्शत दी गई है, जिसमें आवासीय भवन में केवल मरम्मत का कार्य किया जाएगा तथा किसी प्रकार का नवनिर्माण कार्य नहीं किया जाएगा। भवन स्वामी को इस आशय का शपथ पत्र भी देना होगा।

गौरतलब है कि तहसील ज्योतिर्मठ सभागार में बीते 25 सितम्बर को मूल निवासी स्वाभिमान संगठन ज्योतिर्मठ और भू-धसाव प्रभावितों ने इसकी मांग प्रशासन के समक्ष रखी थी, जिसमें बताया गया था कि नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में निर्माण कार्य बंद है। वर्ष 2023 में हुए भू-धंसाव से आवासीय भवनों पर भारी और आंशिक दरार आने के कारण भवनों को तकनीकी टीम की ओर से असुरक्षित, निष्प्रयोज्य घोषित करते हुए उच्च जोखिम क्षेत्र के अन्दर एवं बाहर रेड कैटेगरी में कुल 482 भवन, ब्लैक केटेगरी में कुल 34 भवन, यलो कैटेगरी में कुल 442 तथा ग्रीन केटेगरी में 280 भवन रखे गए हैं। परन्तु तहसील स्तर स्तर से 217 परिवारों को ही उनके क्षतिग्रस्त/प्रभावित भवनों की पूर्ण धनराशि वितरित की गई है। अधिकांश भवनों को तकनीकी संबंधी विभिन्न कारणों से धनराशि वितरित नहीं की गई है और प्रभावित उन्हीं भवनों में निवास कर रहे हैं, जिसको लेकर बैठक में आगामी शीत ऋतु में ठंड से बचाव के लिए आंशिक रूप से छत, खिड़की दरवाजे आदि की मरम्मत किए जाने की अनुमति देने के लिए मांग की गई थी। जिस पर जिलाधिकारी ने शीत ऋतु को देखते हुए जनहित में येलो और ग्रीन कैटेगरी के आवासीय भवनों में अस्थाई मरम्मत की अनुमति के आदेश जारी कर दिए गये है।

(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल

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