उज्जैन,20 नवंबर (Udaipur Kiran) । सिंहस्थ-2028 में उज्जैन पुलिस द्वारा सिंहस्थ क्षेत्र की निगरानी के लिए ड्रोन तकनीक का विशेष उपयोग किया जाएगा। सुरक्षा ओर भीड़ नियंत्रण पर पुलिस विभाग का जोर रहेगा। यातायात व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाएगा। आपात स्थिति में आपदा से निपटने के आधुनिक तौर तरीके अपनाए जाएंगे।
यह जानकारी पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने दी। उन्होने बुधवार को पुलिस की भूमिका, तैयारियों और आधुनिक तकनीक के उपयोग को लेकर पुलिस नियंत्रण भवन स्थित अवंतिका सभागृह में एक चर्चा बैठक ली। बैठक में उपस्थित अधिकारियों से बारी-बारी से चर्चा करके उनके सुझाव लिए।
श्री सिंह ने बताया कि सिंहस्थ क्षेत्र में ड्रोन तकनीक से निगरानी को और सुदृढ़ बनाने के लिए ड्रोन कैमरों का उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा। इससे भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और किसी भी आपात स्थिति का तुरंत पता लगाकर उससे निपटने में मदद मिलेगी। उन्होने बताया कि बैठक में आए सुझावों के अनुसार सिंहस्थ में चेहरा पढऩे की तकनीक का उपयोग किया जाएगा,ताकि सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ रहे और गुमशुदा व्यक्ति को लाखों लोगों के बीच से तलाशा जा सके। इसीप्रकार भीड़ प्रबंधन, यातायात संचालन, और सुरक्षा व्यवस्थाओं को अत्याधुनिक और त्वरित बनाने के लिए ड्रोन आधारित उपकरण और सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाएगा।
आगजनी की घटनाओं को रोकने और तुरंत कार्रवाई करने के लिए अग्निशमन विभाग को अत्याधुनिक उपकरणों और तकनीकों से लैस किया जाएगा। रेडियो कम्युनिकेशन सिस्टम का आधुनिकीकरण होगा। ताकि सभी संबंधित विभागों के बीच तुरंत और प्रभावी संचार हो। इसके लिए रेडियो संचार प्रणालियों को अपग्रेड किया जाएगा। बॉम्ब डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड को अत्याधुनिक उपकरण और प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। ताकि किसी भी प्रकार की विस्फोटक सामग्री का तुरंत पता लगाकर सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय किया जा सके। नगर सेना और यातायात विभाग की सहभागिता को बढ़ाया जाएगा ताकि भीड़ प्रबंधन और यातायात नियंत्रण के लिए कार्य किया जा सके। इसीप्रकार इन्हे विशेष प्रशिक्षण और नए उपकरण दिए जाएंगे।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल